घर पर LED या CFL में से कौनसा बल्ब करना है बेस्ट, जाने किसके इस्तेमाल से कम आता है बिजली का बिल
फिलामेंट बल्बों का युग अब समाप्त हो चुका है और नई तकनीकों जैसे कि कॉम्पैक्ट फ्लोरोसेंट लैंप (CFL) और लाइट-एमिटिंग डायोड (LED) ने प्रकाश उद्योग में क्रांति ला दी है। ये आधुनिक तकनीकें न केवल अधिक सही हैं बल्कि पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद हैं।
CFL बल्ब
CFL बल्ब जिसे कॉम्पैक्ट फ्लोरोसेंट लैंप के रूप में जाना जाता है ऊर्जा की बचत करने में काफी प्रभावी हैं। ये बल्ब बिजली को ऊर्जा में बदलते हैं जो अल्ट्रावायलेट प्रकाश उत्पन्न करता है और फ्लोरोसेंट कोटिंग के साथ प्रतिक्रिया करके दृश्यमान प्रकाश पैदा करता है। इनकी विशेषता है कि इनमें ज्योति प्रदान करने में समय लगता है लेकिन एक बार चालू होने के बाद ये काफी प्रभावी रूप से काम करते हैं।
LED बल्ब
LED बल्ब आज के समय में सबसे अधिक ऊर्जा-कुशल प्रकाश समाधान माने जाते हैं। इनमें उपयोग की जाने वाली सेमीकंडक्टर तकनीक तुरंत ऊर्जा को प्रकाश में परिवर्तित कर देती है जिससे ये बल्ब बिना किसी देरी के तुरंत चमक उठते हैं। इसके अलावा इनकी जीवन अवधि भी CFL की तुलना में कहीं अधिक होती है।
बिजली की बचत
जब बिजली की बचत की बात आती है तो CFL और LED दोनों ही पारंपरिक बल्बों की तुलना में कहीं अधिक दक्ष हैं। हालांकि LED बल्ब CFL की तुलना में लगभग 75% तक अधिक ऊर्जा बचाते हैं जबकि CFL केवल 25% तक ही ऊर्जा बचत प्रदान करते हैं। इसके अतिरिक्त LED बल्बों का जीवनकाल भी अधिक होता है जिससे इन्हें बदलने की आवृत्ति कम होती है।
यह भी पढ़ें; शादीशुदा होने के बाद भी इन मर्दों के लिए दीवानी रहती है भाभीयां, मौका मिलते ही नही कर पाती खुद को कंट्रोल
पर्यावरण और स्वास्थ्य पर असर
पर्यावरणीय और स्वास्थ्य संबंधी लाभ की दृष्टि से भी LED बल्ब CFL की तुलना में बेहतर साबित होते हैं। CFL बल्बों में पारा होता है जो कि टूटने पर हानिकारक हो सकता है जबकि LED बल्ब इस प्रकार के किसी भी हानिकारक पदार्थ से मुक्त होते हैं।