मोबाइल के चार्जर का तार हमेशा छोटा ही क्यों रखती है मोबाइल कंपनियां, ग्राहकों को इस तरह बनाती है बेवकूफ
आज के समय में मोबाइल फोन हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है। चाहे खुशी का मौका हो या किसी परेशानी का समय मोबाइल हमेशा हमारे पास रहता है। इसके बिना हमारे दैनिक कार्य भी रुक से जाते हैं। इसी के साथ मोबाइल कंपनियां भी नई तकनीक और डिजाइन के साथ बाजार में नए नए मॉडल्स लाती रहती हैं। हालांकि एक चीज जो लगभग हर मोबाइल चार्जर में समान रहती है वो है इसकी लंबाई।
मोबाइल चार्जर लंबाई का रहस्य
अक्सर यह देखा जाता है कि मोबाइल फोन के चार्जर के तार की लंबाई काफी छोटी होती है। इस छोटी लंबाई के कारण बहुत से लोग चार्जिंग के दौरान अपने फोन का इस्तेमाल नहीं कर पाते। इसके पीछे एक खास वजह होती है। दरअसल छोटी लंबाई के चार्जर से SAR (Specific Absorption Rate) रेडिएशन के प्रभाव को कम करने में मदद मिलती है।
SAR रेडिएशन और इसके असर
SAR रेडिएशन, यानि Specific Absorption Rate वह दर होती है जिस पर हमारा शरीर मोबाइल फोन से उत्पन्न रेडियोफ्रिक्वेंसी ऊर्जा को सोखता है। इसकी अधिकता से हमारे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। इसी कारण, कंपनियां चाहती हैं कि यूजर्स चार्जिंग के दौरान अपने फोन का कम से कम इस्तेमाल करें।
चार्जर की लंबाई और सुरक्षा
चार्जर की छोटी लंबाई के पीछे सुरक्षा भी एक बड़ा कारण है। छोटे चार्जर का तार होने पर ओवरहीटिंग और वोल्टेज ड्रॉप की संभावना कम होती है जो कि लंबे चार्जर के तार में एक आम समस्या होती है। इससे न केवल चार्जर की दीर्घायु बढ़ती है बल्कि इससे संबंधित दुर्घटनाओं की संभावना भी कम होती है।
पोर्टेबिलिटी और कीमत
मोबाइल फोन चार्जर की लंबाई को छोटा रखने के पीछे पोर्टेबिलिटी और लागत भी मुख्य कारण हैं। छोटे चार्जर अधिक कॉम्पैक्ट होते हैं और इन्हें आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है। साथ ही, छोटी लंबाई का तार बनाने में लागत भी कम आती है, जिससे कंपनियां अपने उत्पादन खर्च को कम रख सकती हैं।