home page

शादीशुदा होने के बाद भी गैर मर्दों पर डोरे क्यों डालती है कुछ औरतें, हर लड़के को जरूर पता होनी चाहिए ये बातें

आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में रिश्तों के बारे में बहुत कुछ कहा है।  जो आप अपनाकर अपने खराब होते संबंधों को बचाने में मदद कर सकते हैं आजकल लोग कुछ महत्वपूर्ण बातें भूल जाते हैं और दूसरों को दुखी करते रहते हैं।
 | 
chanakya niti for Married woman
   

आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में रिश्तों के बारे में बहुत कुछ कहा है।  जो आप अपनाकर अपने खराब होते संबंधों को बचाने में मदद कर सकते हैं आजकल लोग कुछ महत्वपूर्ण बातें भूल जाते हैं और दूसरों को दुखी करते रहते हैं। इसलिए आज हम आपको रिश्तों से संबंधित कुछ चाणक्य नीति बताने वाले हैं। इसलिए, जानते हैं विस्तार से..।

हमारा Whatsapp ग्रूप जॉइन करें Join Now

शादीशुदा जीवन को सुखमय और खुशहाल बनाने के बारे में चाणक्य ने बहुत कुछ महत्वपूर्ण बातें लिखी हैं। उसने कहा कि जब शादी के बाद कोई पत्नी अपने पति से संतुष्ट नहीं होती, तो पति को पता तक नहीं चलता कि पत्नी संतुष्ट है या नहीं, और इससे दोनों की जीवन में कोई तीसरी व्यक्ति आता है।

तो चलिए पत्नियों के असंतुष्ट कैसे होते हैं। पति, आचार्य चाणक्य के अनुसार, इन इशारों से अपनी पत्नी को खुश कर सकता है जब वह असंतुष्ट है। चाणक्य नीति में पत्नी को खुश करने के बारे में बहुत कुछ कहा गया है।  

कम बोलना

चाणक्य सिद्धांत के अनुसार, जब पत्नियां अपने पति से असंतुष्ट होती हैं तो वे कम बोलती हैं। वह हमेशा शांत रहती है। इसलिए औरतें बहुत बोलती हैं। पति को कभी-कभी चुप रहने को कहना पड़ता है। लेकिन पत्नी कम बोलने लगे तो पति को पता चलना चाहिए कि वह असंतुष्ट है।

यदि आपको ऐसे संकेत मिलने लगे तो अपनी पत्नी को खुश करने के लिए उससे अच्छे से बात कीजिए और उससे अपनी नाराज़गी का कारण पूछिए। यदि आप इस तरह अपनी पत्नी से बात करते हैं, तो वह आपको मान जाएगी।

महिलाओं को हर बात पर गुस्सा आना

पति-पत्नी का रिश्ता महत्वपूर्ण और पवित्र होता है। यदि आपकी पत्नी आपसे किसी बात को लेकर नाराज हो जाए या आपसे झगड़ा करने लगे तो आपको समझना चाहिए कि वह आपसे किसी बात से असंतुष्ट है. पत्नियां अपने पति को कभी भी परेशान नहीं करना चाहती हैं। यदि आपकी पत्नी आपसे असंतुष्ट है, तो आप उसके बारे में सोचना चाहिए। ताकि दूरियां कम हों।  

चरित्रहीन महिलाओं की होती है ये पहचान 

चाणक्य नीति में चरित्रहीन औरत का भी उल्लेख है। चाणक्य नीति के अनुसार, जो महिलाएं अपने पैर की कनिष्ठा अंगुली और अंगूठे की साथ वाली अंगुली से ज्यादा लंबी हैं, वे परिस्थितियों और हालात के अनुसार अपना चरित्र बदलती हैं।  ऐसी महिलाएं बहुत क्रोधित होती हैं। उन्हें नियंत्रित करना बहुत कठिन है।  

ऐसी महिलाओं का चरित्र विश्वासयोग्य नहीं है। जिस महिला का पैर का पिछला भाग बहुत मोटा होता है, उसे घर में अशुभ माना जाता है। इसके विपरीत, सुखा या पतला पैर वाली महिलाएं अपने जीवन में कई प्रकार की मुसीबत का सामना करती हैं।

यदि एक महिला का पेट घड़ी की तरह होता है, तो वह जीवन भर गरीबी और दरिद्रता से गुजरेगी। महिलाओं का पेट लंबा या गद्देदार होना बुरा संकेत है। लम्बी माथा वाली महिलाएं अपने देवर के लिए बुरी मानी जाती हैं। जिन महिलाओं का कमर के नीचे का भाग भारी होता है और उनका पेट लंबा होता है, वे अपने ससुर के लिए बुरी होती हैं।

ऐसी औरत अपने पति के लिए होती है अशुभ

जिन महिलाओं का कद बहुत लंबा और होठों पर अधिक बाल होते हैं, वे अपने पति के लिए खराब मानी जाती हैं।  जिन औरतों के कानों में अधिक बाल होते हैं और उनका आकार समान नहीं होता, वे घर में दुख का कारण बनती हैं।  ऐसी स्त्री के जीवन में हमेशा दुखों के बादल छाए रहते हैं, जिसके लंबे और चौड़े दांत बाहर निकलते हैं। 

स्लेटी आंखों वाली महिलाएं

चाणक्य नीति के अनुसार, जिन महिलाओं की हाथों की नसों की उबर या हथेली के आकार में अंतर है, वे जीवन भर सुख और धन से विहीन रहती हैं।  डरावना और पीली आंखों वाली महिलाओं का स्वभाव अच्छा नहीं होता।  चंचल और स्लेटी रंग की आंखें उत्तम होती हैं। 

छोटी गर्दन वाली औरतें

चाणक्य नीति में कहा गया है कि छोटी गर्दन वाली महिलाएं किसी भी निष्पत्ति के लिए दूसरों पर निर्भर होती हैं। जिस महिला की गर्दन चार उंगलियों से लंबी होती है, वह अपने ही वंश को बर्बाद कर सकती है। जिस महिला के गालों पर मोमबत्ती है ऐसी स्त्री का चरित्र सही नहीं कहा जाता। ऐसी स्त्री चाहते हुए भी दूसरों का आकर्षण बन जाती है।