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भारत के कई रेल्वे स्टेशनों के बाद क्यों लिखा होता है रोड, जाने किस कारण शहर के नाम के पीछे लगता है रोड शब्द

भारत में यात्रा की बात आती है तो रेलवे का विशेष स्थान है। भारतीय रेल ना केवल यातायात का महत्वपूर्ण साधन है बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक विभिन्नता को भी दर्शाता है। इस यात्रा में अनेक संकेत और प्रतीक ऐसे होते हैं जिनके पीछे गहरे अर्थ छिपे होते हैं।

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भारत में यात्रा की बात आती है तो रेलवे का विशेष स्थान है। भारतीय रेल ना केवल यातायात का महत्वपूर्ण साधन है बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक विभिन्नता को भी दर्शाता है। इस यात्रा में अनेक संकेत और प्रतीक ऐसे होते हैं जिनके पीछे गहरे अर्थ छिपे होते हैं।

'रोड' नामकरण की व्याख्या

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अक्सर हमने देखा है कि कई रेलवे स्टेशनों के नाम के साथ 'रोड' शब्द जुड़ा होता है। यह भ्रमित करने वाला हो सकता है क्योंकि अक्सर ऐसे स्टेशन के आस-पास कोई सड़क नहीं होती। भारतीय रेलवे के अनुसार, इसका मतलब यह होता है कि स्टेशन शहरी क्षेत्र से दूर स्थित है और शहर तक पहुँचने के लिए सड़क मार्ग का उपयोग करना पड़ता है।

शहर से स्टेशन की दूरी का संकेत

रेलवे अधिकारियों की ओर से यह भी बताया गया है कि जब कोई स्टेशन शहरी क्षेत्र से कई किलोमीटर दूर होता है, तो उसके नाम के साथ 'रोड' जोड़ा जाता है। यह संकेत यात्रियों को यह बताता है कि उन्हें शहर तक पहुँचने के लिए और यात्रा करनी होगी। जैसे कोडाईकनाल रोड रेलवे स्टेशन, जो कोडाईकनाल शहर से लगभग 81 किलोमीटर दूर है, इसे प्राय: 2 घंटे की यात्रा करके पहुँचा जा सकता है।

भौगोलिक चुनौतियाँ और रेलवे स्टेशनों की स्थापना

कई बार भौगोलिक स्थितियाँ ऐसी होती हैं कि रेलवे ट्रैक बिछाने में कठिनाई आती है। जैसे माउंट आबू के मामले में, जहाँ पर्वतीय क्षेत्र के कारण रेलवे लाइन बिछाना न केवल खर्चीला बल्कि जोखिम भरा भी था। इसी कारण रेलवे ने माउंट आबू के निकट अन्य स्थान पर रेलवे स्टेशन स्थापित किया, जो शहर से 27 किलोमीटर दूर है।