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शादी के वक्त दूल्हे और दुल्हन को क्यों लगाई जाती है हल्दी, होशियार लोग भी नही जानते असली वजह

पुराने समय से शादियों में हल्दी की रस्म होती चली आ रही है। हमेशा के लिए एक-दूसरे के साथ पवित्र बंधन में बंधने से पहले दूल्हा और दुल्हन को हल्दी लगाई जाती है। इस रस्म को बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
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Haldi ceremony necessary
   

पुराने समय से शादियों में हल्दी की रस्म होती चली आ रही है। हमेशा के लिए एक-दूसरे के साथ पवित्र बंधन में बंधने से पहले दूल्हा और दुल्हन को हल्दी लगाई जाती है। इस रस्म को बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इसमें सभी सगे-संबंधी शामिल होते हैं। दूल्हा-दुल्हन को हल्दी लगाने के बाद लोग आपस में एक-दूसरे को रंगने के लिए काफी भाग दौड़ भी करते हैं।

सीधी भाषा में कहे तो हल्दी की रस्म शादी का सबसे मजेदार पल होता है, जहां हर उम्र का व्यक्ति खूब आनंद लेता है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ज्यादातर लोगों को यह नहीं मालूम होता है, कि शादी से पहले लड़के और लड़की को हल्दी क्यों लगाई जाती है?

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वैसे तो 'हल्दी' सेरेमनी में आजकल लोग बहुत खर्चा व्यवस्था करते हैं। इसके लिए हल्दी थीम डेकोरेशन से लेकर आउटफिट तक सभी चीजों पर पूरा ध्यान दिया जाता है। पर जब हल्दी लगाने की बारी आती है, रस्म के नाम पर थोड़ा-थोड़ा दूल्हा-दुल्हन को लगा दिया जाता है। ऐसे में यहां हम आपको हल्दी लगाने के पीछे की कुछ ऐसी वजहों को बता रहें हैं, जिसके बाद आप अपनी शादी में अच्छे से हल्दी लगाए बिना नहीं रह पाएंगे।

हल्दी की रस्म से शुरू होती है शादी

हल्दी की रस्म से ​शादी की तैयारियां शुरू होती है। इसे हर समाज के लोग अपनी-अपनी तरह से आयोजित करते हैं। कुछ जगहों पर शादी से तीन दिन पहले से दुल्हन और दूल्हे को अलग-अलग उनके घरों पर हल्दी लगाया जाता है। वहीं, कुछ जगहों पर दोनों को साथ में ही शादी की सुबह या एक दिन पहले हल्दी लगाई जाती है।

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शादी में हल्दी लगाने का धार्मिक कारण

हिन्दू धर्म के अनुसार शादी एक पवित्र बंधन है। जिसमें नए जोड़े को आशिर्वाद देने के लिए देवी-देवताओं को आमंत्रित किया जाता है। इसमें भगवान विष्णु का विशेष स्थान होता है। इसलिए उनके आशीष के लिए उनका पसंदीदा रंग पीला और हल्दी का प्रयोग शादी में किया जाता है। यही कारण है, कई रस्मों में दूल्हा-दुल्हन पीले रंग के कपड़े भी पहनते हैं।

साइंस क्या मानता है?

हल्दी प्राचीन समय से औषधीय के रूप में इस्तेमाल होने वाला मसाला है। इसमें एंटी बैक्टीरियल, और एंटी सेप्टीक, एंटी डिप्रेशन जैसे गुण होते हैं। इसे लगाने से त्वचा पर किसी इंफेक्शन का खतरा नहीं होता है, और यह डिटॉक्स रहती है। साथ ही हल्दी लगाने से बॉडी रिलेक्स होती है, और स्किन में चमक आती है। ऐसे में हल्दी को शादी के कारण होने वाली नर्वसनेस को कम करने में कारगर माना जा सकता है।

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हल्दी से जुड़ी मान्यताएं

कई लोग मानते हैं, कि हल्दी लगाने से दूल्हा और दुल्हन पर किसी भी तरह की बुरी नजर या शक्तियों का प्रभाव नहीं होता है। यही कारण है कि आमतौर पर दूल्हा और दुल्हन को हल्दी की रस्म के बाद, उनकी शादी के मुहूर्त तक घर से बाहर जाने की अनुमति नहीं होती है। इसके अलावा हल्दी को लेकर यह भी मान्यता है, कि यदि दूल्हा या दुल्हन यदि किसी अविवाहित व्यक्ति को अपनी हल्दी लगा दें, तो उसकी शादी भी जल्दी हो जाती है।