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Train Knowledge: Train के डिब्बों के ऊपर क्यों लगे होते है गोल ढक्कन, असली कारण जानकर आप भी रेल्वे को करेंगे सेल्यूट

कुछ ट्रेनों में कोच के अंदर छत पर जाल होता है, जबकि अन्य में कवर होते हैं जो ट्रेन के ऊपर फिट होते हैं। ट्रेन के आधार पर कवर के अलग-अलग डिज़ाइन होते हैं।
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Train के ऊपर गोल ढक्कन लगे होते हैं

कुछ ट्रेनों में कोच के अंदर छत पर जाल होता है, जबकि अन्य में कवर होते हैं जो ट्रेन के ऊपर फिट होते हैं। ट्रेन के आधार पर कवर के अलग-अलग डिज़ाइन होते हैं।

डिब्बों की कई चीजें की जाती है इकट्ठी

रेलवे मौसम और बारिश से यात्रियों को समस्याओं से दूर रखने के लिए अपनी ट्रेनों की छतों पर एक एक्स्ट्रा कवर का इस्तेमाल भी करता है। इन बक्सों का उपयोग उपकरण, पुर्जे और अन्य आपूर्ति जैसी चीजों को इकट्ठा करने के लिए भी किया जाता है।

डिब्बे की गर्मी को करता है बाहर

ट्रेन की छत पर विशेष प्लेट या गोल ढक्कन होते हैं जो डिब्बे में हवा को बहाव बनाए रखने  में मदद करते हैं और जब ट्रेन में अधिक यात्री होते हैं, तो ट्रेन के अंदर का तापमान अधिक गर्म हो जाता है। गर्मी से और उसी हवा में सांस लेने वाले लोगों से छोड़ी साँस यानिकी गर्म भाप को बाहर निकालने के लिए ट्रेन के कोच में यह विशेष व्यवस्था की जाती है।

SADA

डिब्बे में नही ठहर पाती गर्म हवा

मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अगर ये कवर ट्रेनों की छतों पर नहीं लगाए गए तो यात्रियों के लिए ट्रेन का सफर करना काफी मुश्किल हो जाएगा. ट्रेन के कोच के अंदर छत पर जाली लगी होती है, जो डिब्बे के अंदर की गर्मी को बाहर निकालती है.

जाने क्यों छत पर लगी होती है ये प्लेट

कुछ ट्रेनों के कोच में जाली होती है तो कुछ में छेद होते हैं। इससे कोच के अंदर की गर्म हवा और भाप बाहर निकलने में मदद मिलती है। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्म हवा हमेशा ऊपर उठती है इसलिए कोच के अंदर छतों पर छेद वाली प्लेट लगाई जाती हैं.

बारिश के पानी से करती है रक्षा

ट्रेन के डिब्बे के ऊपर बने ये छेद गर्म हवाओ को तो बाहर फेंकते ही है इसके साथ साथ ये बारिश के पानी को भी अंदर ठहरने नही देते। इनकी मदद से बारिश का पानी ट्रेन से जल्दी बाहर चला जाता है.