Wine Beer: मुंह से आ रही शराब की स्मेल चुटकियों में हो जाएगी छूमंत्र, बस घर जाने से पहले कर ले ये छोटा सा काम
फेस्टिव सीजन में बहुत से लोग शराब पीते हैं। सिर्फ दिल्ली की राजधानी में दिवाली से पहले के दो दिनों में लोगों ने 35 लाख बोतलें खाली की।
Feb 27, 2024, 20:32 IST
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फेस्टिव सीजन में बहुत से लोग शराब पीते हैं। सिर्फ दिल्ली की राजधानी में दिवाली से पहले के दो दिनों में लोगों ने 35 लाख बोतलें खाली की।
ऐसे लोगों के मुंह से निकलने वाली शराब की बदबू आसपास के लोगों को परेशान करती है। और तो और अगले दिन सुबह उठने पर भी इस बदबू से छुटकारा नहीं मिलता। यह बदबू दूर करने के लिए लोगों ने चूइंग गम, मिंट टॉफी या पुदीन हरा की गोली खाने की सलाह दी है।
वहीं इस बदबू का रामबाण इलाज (panacea cure) करने का दावा करते हुए कुछ अनुभवी लोग एक से अधिक उपाय सुझाते हैं। मुख्य सवाल है कि क्या कोई उत्पाद उपलब्ध है जो शराब की गंध को पूरी तरह से दूर कर सकता है?
शराब पीने के बाद बदबू क्यों आती है
पानी पीने के बाद बदबू आने का कारण जानना सबसे पहले महत्वपूर्ण है। आसान शब्दों में शराब पीते ही हमारा शरीर इसे जहरीला पदार्थ समझता है।
शरीर से इसे बाहर निकालने के लिए लिवर को बहुत कुछ करना होगा। फिर शरीर से शराब का कुछ हिस्सा यूरीन के माध्यम से बाहर निकलता है। यद्यपि, हमारी रक्त वाहिकाओं के माध्यम से एल्कॉहल का बहुत बड़ा हिस्सा हमारे खून में प्रवेश करता है।
यह भी हमारे फेफड़ों पर सबसे अधिक प्रभावित होता है, जो बदबू की सबसे बड़ी वजह है। दरअसल, इस शराब की महक हमारे मुंह और नाक से फेफड़ों की रक्त वाहिकाओं से निकलती है जब हम सांस छोड़ते हैं। इसी हवा से ब्लड एल्कॉहल स्तर की जांच ब्रेस्ट एनालाइजर मशीन कर सकती है।
एक अतिरिक्त बात है। यह शरीर में मेटाबॉलिज्म होने के बाद पसीने के जरिए भी बाहर निकलती है। इस तरह देखा जाए तो शराब की गंध मुंह से नहीं बल्कि पूरे शरीर से आती है।
मुंह के बैक्टीरिया भी
मानव मुंह में करोड़ों बैक्टीरिया और सूक्ष्मजीव होते हैं। इन्हें सुविधा के अनुसार दो श्रेणियों में बांटा जा सकता है। दो प्रकार के बैक्टीरिया: अच्छे और बुरे। Good बैक्टीरिया हैं, जो मुंह और शरीर के लिए अच्छे हैं और स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं।
बैड बैक्टरीया कई तरह की बीमारियां पैदा कर सकते हैं, जिनमें मुंह की बदबू भी शामिल है। एक अध्ययन ने पाया कि शराब पीने से मुंह में अच्छे और बुरे बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ जाता है।
मेडिकल एक्सपर्ट कहते हैं कि शराब पीना शरीर में एसिड रिफ्लक्स को बढ़ा सकता है। इसकी वजह से मुंह की बदबू भी आती है। दरअसल, ऐसा हो सकता है जब शराब पेट की मांसपेशियों को रिलैक्स करता है। यह बदबू पेट के अंदर पचे हुए भोजन से मिलकर आती है।
मिंट के बस की नहीं
अगर किसी को लगता है कि मिंट, चूइंग गम या कुछ भी खाकर एल्कॉहल की बदबू को दूर कर सकता है, तो वह बहुत गलत है।
मुंह की बदबू को कुछ देर के लिए कम कर सकते हैं। इसलिए, कोई स्थायी उपचार नहीं है। यह भी कहा जाता है कि वोदका या जिन जैसे कम गंध वाले या बिना गंध वाले एल्कॉहलिक ड्रिंक्स एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं। यह भी पूरी तरह से गलत विचार है। वास्तव में, चाहे बीयर, व्हिस्की, वाइन या वोदका हो,
जब शराब शरीर के मेटाबॉलिज्म से गुजरकर फेफड़ों और पसीने के माध्यम से बाहर निकलती है, तो वह एक समान गंध छोड़ती है। यानी अगर कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा शराब पीकर टल्ली हो गया है, तो उसकी बदबू से पूरी तरह निजात पाना लगभग असंभव है।
फिर क्या करें?
बेहद कम मात्रा में पीना चाहिए। ताकि आप डिहाईड्रेशन से बचें, हर घंटे एक ड्रिंक पीएं और बीच-बीच में पर्याप्त पानी पीएं। ज्यादा पानी पीने से एल्कॉहल शरीर से यूरीन के जरिए निकल जाएगा।
अगर संभव हो तो नहा लीजिए और शराब की बदबू से तुरंत छुटकारा पा लीजिए। दरअसल, हमारे पसीने और सांसों से शराब की गंध निकलती है।
इसलिए, अच्छे से नहाना और तेज स्प्रे करना बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा, अच्छे टूथपेस्ट से ब्रश करने और माउथवॉश से कुल्ला करने से बदबू को कम कर सकते हैं।
विभिन्न शराब के मिक्सचर या कॉकटेल पीने से भी बचना चाहिए। वास्तव में, शराब, जूस या सिरप में शुगर होता है। शराब में चीनी की अधिक मात्रा बदबू को बढ़ाती है।
खाने-पीने से बदबू कम होगी?
Experts कहते हैं कि शराब की बदबू को कम करने के लिए खालिस कॉफी को दूध या चीनी के बिना पीना चाहिए। क्योंकि कॉफी में प्रचुर मात्रा में सल्फर होता है,
जिसकी महक शराब की गंध को कम करती है। मिंट टॉफी या चूइंग गम का प्रभाव क्षणिक है। वहीं, कुछ विशेषज्ञ शराब की महक की तरह तीखी चीजें खाने की सलाह देते हैं।
जैसे प्याज और लहसुन। इन दोनों चीजों में तेज महक है। लेकिन प्याज और लहसुन की महक भी कुछ लोगों को बुरा लग सकता है।
गार्लिक ब्रेड, पीनट बटर या सिनेमन स्टिक भी खाने से दुर्गंध कम होती है। खाने-पीने की ये चीजें बदबू दूर करने में काम करती हैं, लेकिन बहुत कम।
ऐसे लोगों के मुंह से निकलने वाली शराब की बदबू आसपास के लोगों को परेशान करती है। और तो और अगले दिन सुबह उठने पर भी इस बदबू से छुटकारा नहीं मिलता। यह बदबू दूर करने के लिए लोगों ने चूइंग गम, मिंट टॉफी या पुदीन हरा की गोली खाने की सलाह दी है।
वहीं इस बदबू का रामबाण इलाज (panacea cure) करने का दावा करते हुए कुछ अनुभवी लोग एक से अधिक उपाय सुझाते हैं। मुख्य सवाल है कि क्या कोई उत्पाद उपलब्ध है जो शराब की गंध को पूरी तरह से दूर कर सकता है?
शराब पीने के बाद बदबू क्यों आती है
पानी पीने के बाद बदबू आने का कारण जानना सबसे पहले महत्वपूर्ण है। आसान शब्दों में शराब पीते ही हमारा शरीर इसे जहरीला पदार्थ समझता है।
शरीर से इसे बाहर निकालने के लिए लिवर को बहुत कुछ करना होगा। फिर शरीर से शराब का कुछ हिस्सा यूरीन के माध्यम से बाहर निकलता है। यद्यपि, हमारी रक्त वाहिकाओं के माध्यम से एल्कॉहल का बहुत बड़ा हिस्सा हमारे खून में प्रवेश करता है।
यह भी हमारे फेफड़ों पर सबसे अधिक प्रभावित होता है, जो बदबू की सबसे बड़ी वजह है। दरअसल, इस शराब की महक हमारे मुंह और नाक से फेफड़ों की रक्त वाहिकाओं से निकलती है जब हम सांस छोड़ते हैं। इसी हवा से ब्लड एल्कॉहल स्तर की जांच ब्रेस्ट एनालाइजर मशीन कर सकती है।
एक अतिरिक्त बात है। यह शरीर में मेटाबॉलिज्म होने के बाद पसीने के जरिए भी बाहर निकलती है। इस तरह देखा जाए तो शराब की गंध मुंह से नहीं बल्कि पूरे शरीर से आती है।
मुंह के बैक्टीरिया भी
मानव मुंह में करोड़ों बैक्टीरिया और सूक्ष्मजीव होते हैं। इन्हें सुविधा के अनुसार दो श्रेणियों में बांटा जा सकता है। दो प्रकार के बैक्टीरिया: अच्छे और बुरे। Good बैक्टीरिया हैं, जो मुंह और शरीर के लिए अच्छे हैं और स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं।
बैड बैक्टरीया कई तरह की बीमारियां पैदा कर सकते हैं, जिनमें मुंह की बदबू भी शामिल है। एक अध्ययन ने पाया कि शराब पीने से मुंह में अच्छे और बुरे बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ जाता है।
मेडिकल एक्सपर्ट कहते हैं कि शराब पीना शरीर में एसिड रिफ्लक्स को बढ़ा सकता है। इसकी वजह से मुंह की बदबू भी आती है। दरअसल, ऐसा हो सकता है जब शराब पेट की मांसपेशियों को रिलैक्स करता है। यह बदबू पेट के अंदर पचे हुए भोजन से मिलकर आती है।
मिंट के बस की नहीं
अगर किसी को लगता है कि मिंट, चूइंग गम या कुछ भी खाकर एल्कॉहल की बदबू को दूर कर सकता है, तो वह बहुत गलत है।
मुंह की बदबू को कुछ देर के लिए कम कर सकते हैं। इसलिए, कोई स्थायी उपचार नहीं है। यह भी कहा जाता है कि वोदका या जिन जैसे कम गंध वाले या बिना गंध वाले एल्कॉहलिक ड्रिंक्स एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं। यह भी पूरी तरह से गलत विचार है। वास्तव में, चाहे बीयर, व्हिस्की, वाइन या वोदका हो,
जब शराब शरीर के मेटाबॉलिज्म से गुजरकर फेफड़ों और पसीने के माध्यम से बाहर निकलती है, तो वह एक समान गंध छोड़ती है। यानी अगर कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा शराब पीकर टल्ली हो गया है, तो उसकी बदबू से पूरी तरह निजात पाना लगभग असंभव है।
फिर क्या करें?
बेहद कम मात्रा में पीना चाहिए। ताकि आप डिहाईड्रेशन से बचें, हर घंटे एक ड्रिंक पीएं और बीच-बीच में पर्याप्त पानी पीएं। ज्यादा पानी पीने से एल्कॉहल शरीर से यूरीन के जरिए निकल जाएगा।
अगर संभव हो तो नहा लीजिए और शराब की बदबू से तुरंत छुटकारा पा लीजिए। दरअसल, हमारे पसीने और सांसों से शराब की गंध निकलती है।
इसलिए, अच्छे से नहाना और तेज स्प्रे करना बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा, अच्छे टूथपेस्ट से ब्रश करने और माउथवॉश से कुल्ला करने से बदबू को कम कर सकते हैं।
विभिन्न शराब के मिक्सचर या कॉकटेल पीने से भी बचना चाहिए। वास्तव में, शराब, जूस या सिरप में शुगर होता है। शराब में चीनी की अधिक मात्रा बदबू को बढ़ाती है।
खाने-पीने से बदबू कम होगी?
Experts कहते हैं कि शराब की बदबू को कम करने के लिए खालिस कॉफी को दूध या चीनी के बिना पीना चाहिए। क्योंकि कॉफी में प्रचुर मात्रा में सल्फर होता है,
जिसकी महक शराब की गंध को कम करती है। मिंट टॉफी या चूइंग गम का प्रभाव क्षणिक है। वहीं, कुछ विशेषज्ञ शराब की महक की तरह तीखी चीजें खाने की सलाह देते हैं।
जैसे प्याज और लहसुन। इन दोनों चीजों में तेज महक है। लेकिन प्याज और लहसुन की महक भी कुछ लोगों को बुरा लग सकता है।
गार्लिक ब्रेड, पीनट बटर या सिनेमन स्टिक भी खाने से दुर्गंध कम होती है। खाने-पीने की ये चीजें बदबू दूर करने में काम करती हैं, लेकिन बहुत कम।