Wireless Electercity: अब घर घर तक बिना तारों के पहुंचेगी बिजली, वाइफाई की तरह वायरलैस होगी बिजली

वायरलेस बिजली के लिए भारत देश में भी मंजूरी मिल गई है। अब तार के जंजाल से सबको छुटकारा मिल जाएगा। देश विकसित हो रहा है। अब तारो के जाल से भी मुक्ति मिल जाएगी। इसे अपने देश में भी शुरू किया गया है। आइये जाने कौन-सा शहर बनने जा रहे देश का पहले वायरलेस शहर। आइए पता करें कहां और कैसे।
वायरलेस बिजली की खोज
वायरलेस बिजली को लेकर वैज्ञानिक कई सालों से खोज कर रहे है। साथ ही कई वायरलेस पावर परीक्षण भी किया जा चुका है। जिसमे शुरुआत में असफलता मिली, लेकिन बाद में सफलता हाथ लगी। एक अध्ययन से मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दे कि संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेना प्रयोगशाला ने एक किमी विकसित किया है।
जिसमे शुरुआत में 1.6 किलोवाट बिजली अमेरिका के मैरीलैंड भेजी गई थी। इसी के बाद से इस पर तेजी से काम शुरू हो गए है। लेकिन इसकी शुरुआत 150 साल पहले- ही हो गई थी। जब टिकोला टेस्ला नाम के एक वैज्ञानिक ने वायरलेस बिजली लाने का प्रयास किया था।
जिसमे उन्होंने माइक्रोवेव बीम का उपयोग किया था। इस तरह वर्षो का प्रयास आज रंग लाया। आइये जाने अपने देश में कहाँ शुरू हुआ वायरलेस सिस्टम पर काम।
हिसार में वायरलेस बिजली
हरियाणा के हिसार में सबसे पहले वायरलेस बिजली आएगी। आपको बता दें कि हिसार में वायरलेस बिजली का पायलट परियोजना शुरू हो रहा है। यह परियोजना हिसार को वायरलेस पावर सप्लाई का शहर बना देगी। ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह और पल्ली पुरोहित डॉ. ने इस परियोजना की शुरुआत की है।
इसके अतिरिक्त, कमल गुप्ता ने भी इसकी मंजूरी दी है। जिससे इस परियोजना का काम शुरू हुआ। हम देखेंगे कि देश के प्रधानमंत्री ने इसके बारे में क्या कहा है। प्रधानमंत्री ने देश का पहला वायरलेस शहर घोषित करते हुए कहा कि हिसार में पायलट परियोजना का निर्माण शुरू हो गया है।
जिससे प्रौद्योगिकी और नवीन सौर प्रौद्योगिकी का व्यापक रूप से उपयोग करके वायरलेस बिजली उत्पादित की जाएगी। उन्होंने सोलर रूफ टॉप पोर्टल और RDSS कार्यक्रम के बारे में भी बताया।