दोस्त के बच्चे की मां बनने वाली महिला ने किया बड़ा खुलासा, पति को सच्चाई बताई तो हो गये नाराज क्योंकि ये था कारण
शादीशुदा जिंदगी में मां बनने का अनुभव हर महिला के लिए बेहद खास होता है। लेकिन जब प्राकृतिक तरीके से गर्भधारण में दिक्कतें आती हैं तब कई दंपत्ति चिकित्सा की मदद लेते हैं जैसे कि आईवीएफ। हालांकि आज हम एक ऐसी महिला की कहानी बता रहे हैं जिसने मातृत्व को एक अलग ही दिशा दी है।
इस महिला ने अपने समलैंगिक दोस्त के बच्चे की मां बनने का फैसला किया है। इस कहानी से हमें यह भी समझने को मिलता है कि निजी निर्णय कई बार सामाजिक स्वीकार्यता की परीक्षा लेते हैं। जहां एक ओर इस तरह के निर्णय से जुड़ी विविधता और स्वीकृति की बढ़ती प्रवृत्ति को बल मिलता है वहीं यह भी दर्शाता है कि कैसे निजी निर्णय आस-पास के लोगों पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं।
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साझा किया गया निजी निर्णय
26 वर्षीय इस महिला ने अपनी कहानी रेडिट पर साझा की जहां उसने बताया कि उसके और उसके पति ने पहले यह तय किया था कि वे बच्चे नहीं चाहते। परन्तु उसके बाद महिला ने अपने समलैंगिक दोस्त के बच्चे की मां बनने की सहमति दी। इस निर्णय के पीछे उसका मानना था कि वह और उसका पति उस बच्चे के लिए मामा-मामी का रोल निभाएंगे।
पति की प्रतिक्रिया और सामाजिक प्रतिध्वनि
जैसा कि उम्मीद थी इस निर्णय ने पति को नाराज कर दिया। उसे यह बात रास नहीं आई कि उसकी पत्नी किसी और पुरुष के बच्चे की मां बनने जा रही है। इस मुद्दे पर रेडिट पर कई लोगों ने अपनी राय व्यक्त की।
जिसमें कुछ ने महिला के निर्णय की सराहना की तो कुछ ने उसे आलोचना का निशाना बनाया। कुछ ने इसे बेहद निजी फैसला बताया जिसे पति के साथ गहन चर्चा के बाद लेना चाहिए था।
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संबंधों में समझौता और समर्पण
यह कहानी न सिर्फ एक अनोखे निर्णय की गवाही देती है। बल्कि यह भी दिखाती है कि किस तरह से संबंधों में समझौते और समर्पण की जरूरत होती है। यह घटना हमें यह सिखाती है कि जीवन में कभी-कभी हमें उन रास्तों पर भी चलना पड़ता है। जो सामान्य नहीं होते पर अगर हमारे इरादे नेक हैं तो अंततः सब कुछ सही हो जाता है।