यूपी के इन बेसिक स्कूलों में सौलर प्लांट लगाएगी योगी सरकार, स्टूडेंट्स को होगा ये बड़ा फायदा
देवीपाटन मंडल (Devipatan Mandal) में विद्युतीकरण (Electrification) के बिना चल रहे परिषदीय विद्यालयों (Council Schools) में सोलर प्लांट (Solar Plant) की स्थापना की जाएगी। इस पहल से 112 स्कूलों को चयनित (Selected) किया गया है, जिनमें गर्मियों के दौरान छात्रों को पंखे (Fans) की हवा मिल सकेगी।
जिससे उनकी पढ़ाई में सुविधा होगी। साथ ही, स्वच्छ पेयजल (Clean Drinking Water) की उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी। देवीपाटन मंडल के इस कदम से न केवल विद्युतीकरण विहीन विद्यालयों में बिजली की समस्या का समाधान होगा।
बल्कि यह पर्यावरण (Environment) के अनुकूल भी है। सोलर प्लांट्स की स्थापना से शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा मिलेगी और बच्चों को अध्ययन के लिए एक बेहतर माहौल प्रदान किया जा सकेगा।
शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार
नेडा (NEDA) के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी, सुरेंद्र कुमार (Surendra Kumar), के अनुसार, इस पहल के लिए चारों जिलों में लक्ष्य (Targets) निर्धारित किए गए हैं और सोलर प्लांट लगाने की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है। इस आधुनिकीकरण से उन विद्यालयों में भी विद्युतीकरण की सुविधा पहुंचेगी, जहां अभी तक बिजली की उपलब्धता नहीं थी।
विद्युतीकरण विहीन विद्यालयों की चुनौतियाँ
बिजली की अनुपलब्धता (Lack of Electricity) के कारण छोटे बच्चों को अध्ययन में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। नेडा द्वारा मंडल में 112 स्कूलों को चिन्हित (Identified) किया गया है। प्रारंभिक सर्वेक्षण (Initial Survey) के बाद, स्कूलों की सूची शासन को भेजी गई थी, जिसके अनुमोदन के बाद अब इन विद्यालयों में सोलर प्लांट लगाने की तैयारियां जोरों पर हैं।
प्रदूषित पेयजल से मुक्ति
चुने गए विद्यालयों में कुछ ऐसे भी हैं, जहां हैंडपंप (Handpumps) का पानी प्रदूषित (Contaminated) पाया गया है। प्रभारी अधिकारी नसीम अंसारी (Naseem Ansari) ने बताया कि सोलर प्लांट से इन स्कूलों में स्वच्छ पेयजल की समस्या का समाधान होगा। इस पहल से विद्यालयों में शिक्षा का माहौल (Educational Environment) और भी बेहतर होगा।
जिलेवार विद्यालयों की संख्या
- बलरामपुर (Balrampur) में 81 विद्यालय,
- बहराइच (Bahraich) में 28 विद्यालय,
- श्रावस्ती (Shravasti) में 3 विद्यालय,
- कुल योग (Total) 112 विद्यालय।