यूपी के इन 7 जिलों से पैदल जा सकते है विदेश, बस पास होने चाहिए ये डॉक्युमेंट
यात्रा के अनेकों माध्यम हैंलेकिन पैदल यात्रा का अपना एक अलग ही रोमांच है। भारत से पैदल चलकर विदेश जाना सुनने में जितना रोमांचक लगता है वास्तव में उतना ही संभव भी है।
यात्रा के अनेकों माध्यम हैंलेकिन पैदल यात्रा का अपना एक अलग ही रोमांच है। भारत से पैदल चलकर विदेश जाना सुनने में जितना रोमांचक लगता है वास्तव में उतना ही संभव भी है।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश, भारत का वह राज्य है जहां से नेपाल तक पैदल जाने की सुविधा है। इस राज्य में सात जिले ऐसे हैं जिनकी सीमाएं सीधे नेपाल से लगती हैं। ये जिले हैं महाराजगंज, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, लखीमपुर खीरी, सिद्धार्थ नगर और पीलीभीत। इन जिलों से नेपाल तक की दूरी इतनी कम है कि पैदल ही आप एक देश से दूसरे देश पहुंच सकते हैं।
नेपाल
नेपाल, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। भारत से नेपाल जाने के लिए उत्तर प्रदेश के जिलों से पैदल यात्रा करना एक अद्भुत अनुभव हो सकता है। यह यात्रा आपको दो अलग-अलग संस्कृतियों और परंपराओं का अनुभव कराएगी।
सीमा पार करने की प्रक्रिया
नेपाल की सीमा पर, भारत की सीमा सुरक्षा बल यानी एसएसबी की पैरामिलिट्री फोर्स तैनात रहती है। बिना चेकिंग के यहां से कोई भी क्रॉस नहीं कर सकता। यह सुनिश्चित करता है कि सीमा पार करने वाले लोगों की ठीक से जांच हो सके।
अन्य राज्यों से नेपाल की सीमा
उत्तर प्रदेश के अलावा भारत के सिक्किम, उत्तराखंड और बिहार राज्यों से भी नेपाल की सीमा मिलती है। इनमें सबसे बड़ी सीमा उत्तर प्रदेश के साथ है जिससे इस राज्य का महत्व और भी बढ़ जाता है।