यहां शादी के लिए जवां लड़कियां कर रही है लड़कों का बेसब्री से इंतजार, लड़कों की कमी के चलते मायूसी के साथ जी रही जवानी
ब्राजील के नोइवा डो कोर्डेइरो गांव में ऐसी अनोखी स्थिति है जहां महिलाओं की संख्या पुरुषों से कहीं अधिक है। यह गांव लगभग 600 महिलाओं का घर है जिनमें से अधिकांश युवा और शादी योग्य हैं। इन महिलाओं को अपने लिए जीवनसाथी ढूँढ़ने में बड़ी मुश्किलें पेश आती हैं। इस गांव में एक अनूठी परंपरा है कि जो भी पुरुष यहाँ शादी करता है, उसे गांव में ही बसना पड़ता है और गांव के नियमों का पालन करना पड़ता है।
नोइवा डो कोर्डेइरो की महिलाओं की दैनिक जिंदगी
इस गांव में महिलाएं न केवल घरेलू कार्यों में सक्रिय रहती हैं बल्कि खेती और पशुपालन जैसे कई जिम्मेदार कार्य भी संभालती हैं। नेल्मा फर्नांडिस जैसी कई महिलाएं हैं जो बताती हैं कि यहाँ की महिलाएं अपने पतियों के बिना ही सब कुछ संभाल रही हैं क्योंकि उनके पति और परिवार के पुरुष सदस्य अक्सर काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं।
रूस में भारतीय पुरुषों की लोकप्रियता
दूसरी ओर रूस में भी लड़कियां शादी के लिए तरसती है खासकर उन लड़कियों में जो भारतीय पुरुषों की स्वभाविकता और सरलता की प्रशंसा करती हैं। रूस में यह एक आम धारणा है कि स्थानीय पुरुष अपनी जिम्मेदारियों से भागते हैं जिससे वहां की महिलाएं भारतीय पुरुषों को अधिक पसंद करती हैं। यह जानकारी अक्सर उन भारतीय युवकों के लिए आकर्षण का कारण बनती है जो मेडिकल शिक्षा के लिए रूस जाते हैं
नीदरलैंड की अनोखी सामाजिक संरचना
नीदरलैंड भी उन देशों में से एक है जहाँ महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक है। यहाँ की महिलाएं खुले विचारों की होती हैं और अक्सर खुद ही पहल करती हैं। इस देश की लिबरल सोच ने उसे विश्वविख्यात बना दिया है खासकर उसके रेड लाइट एरिया के लिए जो वैश्विक पर्यटन का एक मुख्य आकर्षण है।