शादी के बाद इन आदतों वाली लड़कियां घर का कर देती है विनाश, मौका मिलते ही करना चाहती है ये काम करना
चाणक्य कहते हैं कि एक खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए जीवनसाथी के गुण और व्यवहार की गहराई से परख आवश्यक है। वे स्पष्ट करते हैं कि अधिकांश विवाह केवल पैसे और रूपरेखा के आधार पर होते हैं जिसके परिणाम अक्सर निराशाजनक होते हैं। उनकी नीति यह सुझाव देती है कि गुणों की समझ और उनकी सराहना करने वाले व्यक्तियों के बीच ही विवाह को संपन्न किया जाना चाहिए।
महिलाओं के गुण और अवगुण की पहचान
चाणक्य ने महिलाओं के विशेष गुणों और अवगुणों के बारे में भी बताया है। उनके अनुसार, छोटी गर्दन वाली महिलाएं अक्सर दूसरों पर निर्भर रहती हैं जबकि लंबी गर्दन वाली महिलाएं अपने परिवार के लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं। उन्होंने यह भी बताया हैं कि हर व्यक्ति के शारीरिक लक्षणों का उनके व्यवहार और प्रवृत्तियों पर गहरा असर पड़ता है।
चाणक्य की दृष्टि में महिलाओं के स्वास्थ्य लक्षण
चाणक्य ने यह भी बताया है कि चपटी हथेली वाली महिलाएं अक्सर सुख और धन से विहीन रहती हैं, और पीली आंखों वाली महिलाओं का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहता। वहीं स्लेटी रंग की आंखों वाली महिलाओं को वे उत्तम मानते हैं। ये लक्षण उनके अनुसार महिलाओं के जीवन की गुणवत्ता और उनकी भूमिका को प्रभावित करते हैं।
क्रोध नियंत्रण
आगे चाणक्य बताते हैं कि जिन महिलाओं के पैर की उंगली अंगूठे से अधिक लंबी होती है, वे स्वभाव से अधिक क्रोधी होती हैं और उन पर नियंत्रण पाना कठिन होता है। यह संकेत देते हैं कि व्यक्तित्व के ये छोटे-छोटे पहलू किसी व्यक्ति के समग्र चरित्र और उनके पारिवारिक जीवन पर कितना बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं।