home page

New Greater Noida: यूपी में इस जगह नया ग्रेटर नोएडा बसाने की चल रही है तैयारियां, इन 161 गांवों के लोगों की चमक उठी किस्मत

ग्रेटर नोएडा के विकास की दिशा में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। 'ग्रेटर नोएडा फेस दो प्रोजेक्ट' के तहत 162 गांवों को जल्दी ही विकास की नई संभावनाएं प्राप्त होंगी। इस परियोजना की अधिसूचना जारी करते हुए।
 | 
Greater Noida Authority (1)
   

ग्रेटर नोएडा के विकास की दिशा में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। 'ग्रेटर नोएडा फेस दो प्रोजेक्ट' के तहत 162 गांवों को जल्दी ही विकास की नई संभावनाएं प्राप्त होंगी। इस परियोजना की अधिसूचना जारी करते हुए।

अधिकारियों ने यह भी सुनिश्चित किया है कि इन गांवों में अवैध निर्माण पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए। इस पहल से गांवों के विकास को नई गति मिलेगी और लोगों की लाइफ स्टाइल में बड़ा सुधार आने की उम्मीद है।

हमारा Whatsapp ग्रूप जॉइन करें Join Now

शहरी विकास की योजना और उसकी विशेषताएं

'ग्रेटर नोएडा फेस दो' के मास्टर प्लान-2041 के अनुसार, यह शहर 35 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल पर विकसित किया जाएगा। जिसमें विभिन्न सुविधाओं और आधारिक संरचनाओं की व्यापक व्यवस्था होगी।

इस प्रोजेक्ट को पूर्ण रूप से विकसित होने में लगभग 20 वर्षों का समय लग सकता है। जिसमें विस्तारित ड्रेनेज सिस्टम, जल आपूर्ति, बिजली आपूर्ति और अन्य आंतरिक ढांचागत सुविधाएं शामिल होंगी।

स्वतंत्र लेकिन जुड़े हुए शहरी क्षेत्र

खास बात यह है कि ग्रेटर नोएडा और फेस दो को एक-दूसरे से जोड़ा तो जाएगा। लेकिन दोनों अपनी-अपनी स्वतंत्रता के साथ विकसित किए जाएंगे। यह शहर आठ भागों में बंटकर बसाया जाएगा। जिसमें हर भाग की अपनी खास सुविधाएं होंगी। इस तरह की योजना शहर के व्यापक और समग्र विकास को सुनिश्चित करती है।

फेस-2 में शामिल होने वाले गांव

इस विशाल प्रोजेक्ट में करीब 40 गांवों की जमीन का उपयोग किया जाएगा। जिसमें दादरी तहसील के गांव जैसे नई बस्ती, फूलपुर, आनंदपुर और खंदेड़ा शामिल हैं। इन गांवों के लोगों को इस प्रोजेक्ट से जुड़कर विकास के नए अवसर मिलने की संभावना है, जो न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाएगा बल्कि सामाजिक उत्थान में भी मदद करेगा।

विकास की ओर एक नया कदम

ग्रेटर नोएडा फेस दो प्रोजेक्ट से जुड़ी इस बड़ी खबर के साथ क्षेत्र के लोगों में नई उम्मीदें और उत्साह की लहर है। यह परियोजना न केवल गांवों को विकसित करेगी बल्कि पूरे क्षेत्र के भविष्य की दिशा तय करेगी। जिससे सभी निवासी लाभान्वित हो सकेंगे।