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योगी सरकार ने दिए 50 साल पुराने पुलों और सड़कों की जांच के दिए आदेश, अगर कुछ गड़बड़ दिखी तो होगी तुरंत कार्रवाई

बिहार में एक ही दिन में पांच पुलों के गिरने की घटना ने उत्तर प्रदेश के प्रशासन को भी चौकन्ना कर दिया है। इस घटना के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल प्रभाव से राज्य में 50 साल पूरे कर चुके सभी पुलों का निरीक्षण करने का आदेश दिया है।
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बिहार में एक ही दिन में पांच पुलों के गिरने की घटना ने उत्तर प्रदेश के प्रशासन को भी चौकन्ना कर दिया है। इस घटना के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल प्रभाव से राज्य में 50 साल पूरे कर चुके सभी पुलों का निरीक्षण करने का आदेश दिया है। इस निरीक्षण में पुलों के सुपर स्ट्रक्चर, पियर्स, वाटर-वे में ब्लाकेज, स्कावर होल्स और एबटमेंट ढाल एवं बोल्डर्स की जांच शामिल है। यदि कोई पुल असुरक्षित पाया जाता है तो उसे यातायात के लिए तत्काल बंद कर दिया जाएगा।

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मुख्यमंत्री की समीक्षा और दिशा-निर्देश

गुरुवार को लोक निर्माण विभाग की विभिन्न परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्यों की समयबद्धता और गुणवत्ता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी में पिछले सात वर्षों में अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। वर्ष 2017 के मुकाबले आज स्टेट हाइवे की लंबाई 7002 किमी से बढ़कर 10214 किमी हो गई है। इसी प्रकार ग्रामीण मार्गों की लंबाई में भी बढ़ोतरी हुई है।

कांवड़ यात्रा के लिए विशेष प्रावधान

कांवड़ यात्रा के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने जिलों में जुड़े मार्गों को गड्ढामुक्त करने के निर्देश दिए हैं। 15 जुलाई तक यह कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा जल निकासी की व्यवस्था को भी सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ब्लॉक मुख्यालयों को 2 लेन सड़क की कनेक्टिविटी देने देने की बात कही है।

अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमा मार्गों का विकास

मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमा पर पड़ने वाले मार्गों पर भव्य द्वार बनाने के निर्देश दिए हैं। इन द्वारों का निर्माण सीमा पर ही किया जाएगा और वहां अच्छी प्रकाश व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि यूपी पीडब्ल्यूडी ने देश में सर्वप्रथम FDR निर्माण तकनीक का प्रयोग किया है जिसे अन्य जिला मार्गों में भी अपनाया जाना चाहिए।