हरियाणा में अगले 5 दिनों में अच्छी बारिश होने के आसार, मॉनसून एक्टिव होने से मौसम हुआ सुहाना
उत्तर भारत में मानसून ने एक बार फिर एंट्री दे दी है। प्रसिद्ध मौसम विज्ञानी डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार दक्षिण राजस्थान में पिछले सप्ताह से निम्न दबाव क्षेत्र बना हुआ है जिसके चलते मानसून गर्त (मानसून ट्रफ) सामान्य से अधिक सक्रिय रहा है। इस सप्ताह के शुरुआत में इसका पश्चिमी छोर उत्तर की ओर बढ़ रहा है जिसका असर हरियाणा, एनसीआर और दिल्ली पर पड़ने वाला है।
चक्रवाती और प्रति-चक्रवाती घटनाएं
डॉ. चंद्रमोहन ने यह भी बताया कि एक प्रति-चक्रवात जो कुछ समय से सक्रिय था, अब कमजोर पड़ रहा है और इसका प्रभाव धीरे-धीरे कम हो रहा है। यह प्रति-चक्रवात पश्चिम की ओर बढ़ते हुए पाकिस्तान की ओर जा रहा है जिससे इसका प्रभाव खत्म होने वाला है। इसके अलावा रविवार रात को सक्रिय हुआ एक पश्चिमी विक्षोभ भी दक्षिण पंजाब और उत्तरी राजस्थान में निम्न दबाव क्षेत्र बना रहा है।
मानसून की आने वाले दिनों की हलचल
इन सभी मौसमी घटनाओं का मिला-जुला असर दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के रूप में देखने को मिल रहा है। अगले दिनों में बंगाल की खाड़ी से आने वाली दक्षिण-पूर्वी नम मानसूनी हवाएं उत्तर-पश्चिम भारत में और अधिक प्रबल होंगी जिससे यहां के मौसम में और अधिक बदलाव आएंगे।
जुलाई के अंत तक मौसम का पूर्वानुमान
विशेषज्ञों का कहना है कि 22 से 26 जुलाई के बीच हरियाणा, एनसीआर और दिल्ली में मानसून की गतिविधियां तेज होंगी। 24 जुलाई को एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है, जिसका असर पहले हरियाणा के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में दिखाई देगा और फिर दक्षिणी हिस्सों में। इससे 23 जुलाई को हरियाणा-एनसीआर और दिल्ली में मानसून की गतिविधियां और भी सक्रिय होने की संभावना है। जुलाई के अंतिम सप्ताह में यहां का मौसम अनुकूल रहने की उम्मीद है।