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Rajasthan Barish Update: राजस्थान में बारिश तोड़ दिया 49 साल पुराना रिकॉर्ड, इन जगहों पर स्कूल बंद

राजस्थान के पूर्वी इलाकों में लगातार बारिश के कारण जल-जमाव और बाढ़ की स्थिति बनी हुई है.
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Rajasthan Rainfall: राजस्थान में बारिश ने पिछले 49 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा, धौलपुर में स्कूल बंद
   

Rajasthan Barish Update: राजस्थान के पूर्वी इलाकों में लगातार बारिश के कारण जल-जमाव और बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. धौलपुर और भरतपुर जैसे जिलों में बारिश का असर सबसे अधिक देखा जा रहा है जहां स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे बिना जरूरत के बाहर न निकलें और सही जगहों पर शरण लें.

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जयपुर में बारिश की कमी पर राहत

जयपुर में हालांकि गुरुवार को बारिश न होने से थोड़ी राहत मिली है परन्तु मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है. राजधानी के निवासी हल्की छितराई बूंदाबांदी से निपटने के लिए तैयार हैं.

मानसून का असर और रिकॉर्ड तोड़ बारिश

इस वर्ष बारिश ने तोड़े पिछले रिकॉर्ड्स

मौसम केंद्र जयपुर (Jaipur Meteorological Center) के अनुसार, इस मानसून सीजन में बारिश ने पिछले 49 सालों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. अब तक की गई बारिश सामान्य से 61% अधिक (61% more than average rainfall) है, जो कि एक उल्लेखनीय मात्रा है. पूरे राज्य में इस अतिरिक्त बारिश से जलभराव और बाढ़ की स्थितियां उत्पन्न हुई हैं.

आगामी दिनों में बारिश में कमी की संभावना

मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में राज्य में भारी बारिश (reduction in heavy rainfall) की गतिविधियों में कमी आएगी लेकिन उत्तर-पूर्वी राजस्थान में अभी भी मेघगर्जन के साथ बारिश हो सकती है. 14 से 17 सितंबर के दौरान विभिन्न स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी रहेगी.

प्रभावित क्षेत्रों में उपाय और सावधानियां

सरकार और प्रशासन की पहल

राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन (government and local administration) ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया है. बचाव और राहत टीमों को सक्रिय किया गया है और जरूरतमंद लोगों तक मदद पहुँचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.

आने वाले दिनों की तैयारी

प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को आपातकालीन संख्याओं (emergency numbers) और बचाव शिविरों की जानकारी दी जा रही है. बाढ़ की स्थिति में तेजी से कार्रवाई करने के लिए सभी आवश्यक उपायों को प्राथमिकता दी जा रही है.