Indian Railway: बाइक का तो पता है पर ट्रेन के इंजिन में कितना डलता है इंजिन ऑयल, असलियत सुनकर कानों पर नही होगा यकीन
आप इस बात को तो जानते ही हैं कि किसी भी इंजन को स्मूथली चलाने के लिए नियमित रूप से उसका ऑयल चेंज करवाना जरूरी होता है। अगर बाइक की बात करें तो इसमें एक बार में सर्विस करवाने पर एक लीटर इंजन ऑयल डाला जाता है। वहीं कार में इसकी मात्रा 2 से लेकर 5 लीटर तक होती है।
लेकिन अगर हम ट्रेनों के विशालकाय इंजनों की बात करें तो उन्हें निर्बाध चलाने के लिए कितना इंजन ऑयल डाला जाता होगा। क्या कभी आपने इस बारे में सोचा है। आज हम इस रहस्य से पर्दा उठाने जा रहे हैं, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
कई तरह की होती हैं रेलगाड़ियां
सबसे पहले तो ये जान लें कि रेलगाड़ियों में पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ियों की कई श्रेणियां होती हैं, जिनमें वजन खींचने के हिसाब से अलग-अलग इंजन लगे होते हैं। ऐसे में जिस इंजन की पावर सबसे ज्यादा होती है, उसमें इंजन ऑयल भी ज्यादा डालना पड़ता है।
इंजनों की गहराई से होती है जांच
रेलवे में फिलहाल WDs6, wdp 4, 4b, WDM 3 D, WDG3A, 4d और wdg 4 इंजन इस्तेमाल किए जा रहे हैं। ट्रेन मूवमेंट से पहले रोजाना उनके इंजनों की जांच की जाती है।
इस दौरान उनकी वायरिंग और लीकेज को खास तौर से परखा जाता है, जिससे किसी तरह के हादसे की आशंका खत्म हो जाए।
ट्रेन इंजनों की भी होती है सर्विसिंग
कार-बाइक की तरह ट्रेनों के इंजनों की भी नियमित सर्विसिंग होती है, जिसके लिए उन्हें वर्कशॉप में भेजा जाता है। इस दौरान उनके एक-एक पुर्जों की चेकिंग कर इंजन ऑयल बदला जाता है।
सबसे कम इंजन ऑयल WDs6 में 530 लीटर डाला जाता है। वहीं WDM 3 D और WDG3A श्रेणी के इंजन में करीब 1080 लीटर इंजन ऑयल भरा जाता है।
इस इंजन में डाला जाता है सबसे ज्यादा तेल
अगर हम wdp 4, 4b, 4d और wdg 4 इंजन की बात करें ये ताकत के मामले में बाकियों से आगे हैं और अधिकतर मालगाड़ियों को खींचने में काम आते हैं।
लिहाजा उनमें उनकी ताकत के अनुसार एक बार में 1457 लीटर इंजन ऑयल डाला जाता है। जिसके बाद उनका इंजन बिना किसी परेशानी के काम करता है और ट्रेन को एक जगह से दूसरी जगह पर पहुंचा देता है।