भारत में बोरी से बने थैले की अमेरिका में हज़ारों में है क़ीमत, फ़्री में मिलने वाले थैले की क़ीमत को डॉलर में देख शख़्स को नही हुआ याकिन
भारत में धान की बंपर पैदावार होती है। उत्पादन के बाद चावल को बोरियों में भरकर स्टोर और उसकी बिक्री की जाती है। पहले तो प्लास्टिक की बोरियों का ज्यादा इस्तेमाल होता था।
भारत में धान की बंपर पैदावार होती है। उत्पादन के बाद चावल को बोरियों में भरकर स्टोर और उसकी बिक्री की जाती है। पहले तो प्लास्टिक की बोरियों का ज्यादा इस्तेमाल होता था।
लेकिन अब प्लास्टिक बैन होने से जूट की बोरियों का चलन बढ़ गया है। आमतौर पर खाली होने के बाद इन बोरियों को लोग फेंक देते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो इससे बंपर कमाई कर रहे हैं।
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15 डॉलर है कीमत
सोशल मीडिया पर नुराहन नाम की महिला ने एक पोस्ट डाली है, जो तेजी से वायरल हो रही है। इस पोस्ट में बताया गया कि रॉयल बासमती चावल की खाली बोरी को 15 डॉलर में बेचा जा रहा है।
भारत के हिसाब से देखें तो ये 1100 रुपये से ज्यादा की होगी। नुराहन ने लिखा कि मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा कि ये बोरी इतनी ज्यादा महंगी बिक रही है।
चेन लगाकर बना दिया बैग
दरअसल बासमती चावल की जो बोरी ऑनलाइन 15 डॉलर की बिक रही है, वो 4.5 किलोग्राम वाली बोरी है, जो भूरे रंग की होती है। इस बोरी में जिप लगाकर इसको बैग का आकार दे दिया गया है, जबकि बोरी पर प्रिटिंग पहले जैसी चावल वाली ही है।
आमतौर पर भारत में ये बोरियां 10 रुपये से 50 रुपये के बीच आसानी से मिल जाती हैं। जिसमें अब जिप लगाकर उन्हें 20 गुना ज्यादा दाम पर बेचा जा रहा है।
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सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
वैसे कुछ लोग इस पर कंपनी की आलोचन कर रहे हैं, जबकि कुछ उसकी तारीफ। लोगों को कहना है कि आमतौर पर ये बोरियां चावल खत्म होने के बाद खराब ही हो जाती थीं। कम से कम इस तरह इनका अच्छा इस्तेमाल होगा।
ई-कॉमर्स साइट Etsy पर इस तरह की बोरियां मिलना आम बात है। इसकी अधिकतम कीमत 60 डॉलर यानी 4000 से ज्यादा हो सकती है। वैसे देखा जाए तो कंपनी ने मुनाफे के लिए अच्छे दिमाग का इस्तेमाल किया है।