देश का सबसे ख़तरनाक भूतिया रेल्वे स्टेशन, शाम को साढ़े पाँच के बाद यहां जाने का ज़िक्र सुनकर कांपने लगती है लोगों कि टांगे
रेलवे स्टेशन एक ऐसी जगह है जहां लोग आते-जाते रहते हैं। अक्सर यहां आपको कोई-ना-कोई नजर आ ही जाएगा। लेकिन दुनिया में एक ऐसा रेलवे स्टेशन है जहां कोई इंसान नहीं देखता। यहां तक कि अगर ट्रेन रात में यहां से निकलती है तो भी यात्री खिड़कियां बंद रखते हैं।
माना जाता है कि इस स्टेशन को देखना किसी खतरे से कम नहीं है। यह देश का सबसे भुतहा रेलवे स्टेशन है। बता दें शाम 5:30 बजे तक यहां कोई नहीं आता। इस स्टेशन पर जाने से लोग बहुत डरते है। इस रेलवे स्टेशन को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में बेगुनकोदर नाम से जाना जाता है।
यह रेलवे स्टेशन एक लड़की की वजह से लगभग 42 साल तक बंद रहा। लेकिन आप भी भ्रमित हो जाएंगे जब आप इस स्टेशन के बंद होने के कारणों को समझेंगे। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस स्टेशन पर एक लड़की का भूत है।
यही कारण है कि लोग यहां आने से डरते हैं। यहाँ शाम होते ही सन्नाटा छा जाता है। बेगुनकोदर रेलवे स्टेशन को 1960 में बनाया गया था, लेकिन सात साल बाद ही बंद करना पड़ा।
साल 2007 में ग्रामीणों ने पूर्व रेल मंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर स्टेशन को फिर से शुरू करने की मांग की। यहां फिर ट्रेनें रुकने लगीं, लेकिन आज भी यह भूतों का अड्डा माना जाता है।
आसपास की इमारतें भी पूरी तरह वीरान
इस स्टेशन के आसपास की इमारतें भी पूरी तरह वीरान पड़ी है। स्टेशन पर कोई प्लेटफॉर्म नहीं है और बस 12 बाय 10 फीट के एक कोने में टिकट काउंटर बनाया गया है। कोलकाता से 260 किलोमीटर दूर बेगुनकोदर रेलवे है। कहा जाता है कि संथाल जनजाति की रानी लाखन कुमारी ने इस स्टेशन को शुरू करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
लाखन कुमारी ने स्टेशन के लिए रेलवे को बहुत सारी सहायता दी। अपने समुदाय का जीवनस्तर सुधारना उनका लक्ष्य था। स्टेशन खुलने के बाद कुछ सालों तक सब कुछ ठीक-ठाक चलता रहा, लेकिन फिर कुछ अजीब घटनाएं हुईं।
एक महिला का भूत देखने का दावा
साल 1967 में बेगुनकोदर में एक रेलवे कर्मचारी ने स्टेशन पर एक महिला का भूत देखा। ऐसी अफवाह थी कि लड़की उसी स्टेशन पर एक ट्रेन दुर्घटना में मर गई थी। अगले दिन उस रेलवे कर्मचारी ने लोगों को इसकी सूचना दी।
लोगों का कहना है कि उन्होंने इस रेलवे स्टेशन की पटरियों पर सफेद कपड़े पहने हुए एक लड़की देखी है। स्टेशन के बारे में कई मिथक हैं। यह हॉन्टेड स्टेशन कहलाया। Locals कहते हैं कि स्टेशन मास्टर ने ट्रैक पर एक अनजान महिला को देखा जब स्टेशन खुला।
इस स्थान पर आज भी लोग भूतों की कहानियां मानते हैं। स्थानीय लोग शाम साढ़े पांच बजे के बाद यहां नहीं रुकने की सलाह देते हैं। धान के खेतों ने स्टेशन को घेर लिया है। लेकिन आपको दूर दूर तक कोई नहीं देखेगा। इसलिए यह देखना भयानक है।