एक हवाई जहाज़ ख़रीदने के लिए कितने पैसों की ज़रूरत पड़ती है, असली क़ीमत सुनकर शायद ही आपको कानों पर विश्वास हो

आजकल कहीं भी आना-जाना पहले की तुलना में काफी आसान हो गया है. इसके लिए बाइक- कार से लेकर बस-ट्रेन तक के साधन मौजूद हैं. वहीं दूसरे शहर या देश जाने के लिए आप हवाई जहाज का सहारा भी ले सकते हैं.
 

आजकल कहीं भी आना-जाना पहले की तुलना में काफी आसान हो गया है. इसके लिए बाइक- कार से लेकर बस-ट्रेन तक के साधन मौजूद हैं. वहीं दूसरे शहर या देश जाने के लिए आप हवाई जहाज का सहारा भी ले सकते हैं. कई बड़े कारोबारी तो कहीं आने-जाने के लिए अपना निजी प्लेन तक रखते हैं. हम सभी को बाइक-कार और बसों की कीमत की मोटी-मोटी जानकारी है.

क्या आपने कभी सोचा है कि हवा में उड़ने वाला एक विशालकाय आकार वाला हवाई जहाज कितने पैसों में आता होगा. इस सवाल का हममें से अधिकतर लोगों के पास जवाब नहीं होगा लेकिन कोई बात नही. आज हम इस लेख में इस बारे में विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं. 

ऑर्डर पर तैयार किए जाते हैं प्लेन

सबसे पहले आपको यह बता देते हैं कि हवाई जहाजों की कोई फिक्स कीमत (Price Of Aeroplane) नहीं है. ये जहाज ऑर्डर पर तैयार किए जाते हैं. इनके आकार, उनमें लगाए जाने वाले उपकरणों और सुविधाओं के आधार पर उनकी कीमत कम-ज्यादा हो जाती है.

अगर आप छोटे आकार वाला 6 लोगों के बैठने की क्षमता वाला विमान खरीदेंगे तो उसकी कीमत कम होगी. जबकि 300 लोगों के बैठने की क्षमता वाले प्लेन की कीमत उससे कई गुणा ज्यादा होगी. 

करोड़ों से लेकर अरबों रुपये तक होती है कीमत

फाइनेंसिस ऑनलाइन वेबसाइट के मुताबिक गल्फस्ट्रीम IV विमान की कीमत 38 मिलियन डॉलर यानी 3 अरब 12 करोड़ 57 लाख रुपये है. जबकि B-2 स्पिरिट विमान की कीमत 737 मिलियन डॉलर यानी करीब 60 अरब रुपये के आसपास है. अगर सबसे महंगे प्लेन (Cost Of Aeroplane) की बात की जाए तो बोइंग कंपनी के विमानों की कीमत ज्यादा मानी जाती है.

महंगे होने की पीछे की बड़ी वजह

विमानों के महंगे होने के पीछे उसमें लगने वाली अत्याधुनिक तकनीक, मशीनें और मानव श्रम है. यह तकनीक अमेरिका जैसे दुनिया के कुछ गिने-चुने देशों में ही मौजूद है. यही वजह है कि इस तकनीक पर इन देशों का एकाधिकार बना हुआ है और वे मुंहमांगी कीमतों पर इन विमानों को दुनिया को बेचते हैं.

जिसके चलते उनकी कीमतें (Cost Of Aeroplane) बहुत ज्यादा बढ़ जाती हैं. हालांकि अब भारत समेत कई देश अपने यहां पर विमान निर्माण की तकनीक को विकसित करने में लगे हैं. लेकिन इसमें अभी काफी समय लगेगा. 

भारत में संचालन में हैं इस तरह के प्लेन

भारत की बात करें तो यहां पर तमाम तरह के प्लेन संचालन में हैं. यहां पर 6 सीटों वाले प्लेन दिख जाएंगे तो विशालकाय ग्लोबमास्टर जैसे विमान भी नजर आ जाएंगे, जिन्हें भारतीय वायुसेना ऑपरेट करती है. जबकि मुकेश अंबानी जैसे बड़े बिजनेसमैन मंझौले आकार वाले प्लेन (Price Of Aeroplane) इस्तेमाल करते हैं.

इन प्लेन में उनके अलावा उनके स्टाफ के लोग भी साथ में सवार होते हैं. इन निजी विमानों में खाने-पीने, मनोरंजन करने और सोने के लिए बेड तक का इंतजाम होता है.