इस मेवा की खूबियों के आगे काजू बादाम की हो है बोलती बंद, शरीर बना देगा फौलादी और दिमाग हो जाएगा तेज
नट्स, यानी सूखे मेवों, सुपरफूड हैं। इसका कारण विश्वव्यापी पोषक तत्व हैं। बादाम, किशमिश, अखरोट, अंजीर, पिस् ता, विटमिन, प्रोटीन, मैग्नेशियम, कॉपर, फॉलिक ऐसिड, बी-कॉम्प्लेक्स और जिंक आदि बहुत कुछ होते हैं। लेकिन पाइन नट्स या चिलगोजा इनसे भी बेहतर है।
यह बहुत महंगे होते हैं, इसलिए काजू-बादाम की तरह हर घर में नहीं होते। यह भूरा मेवा का बीज है। यह सफेद बीज लंबे होते हैं। इन नट्स को भूनकर स्नैक, स् मूदी या सैलेड में डाल दें। इन्हें डायबिटीज, मोटापा, कोलेस्ट्रॉल जैसे रोग नहीं होंगे। हमारे दिमाग को भी मजबूत बनाता है। इसके तेल को सैलेड की ड्रेसिंग में भी प्रयोग किया जा सकता है। यह आपको बताता है कि यह मेवा अन्य मेवों से कितना अच्छा है। (तस्वीर: Pixabay)
वजन मेंटेन करने में मदद करें
पाइन नट्स में पाए जाने वाले फैटी एसिड भी भूख नियंत्रण में सहायक होते हैं। इसमें प्रोटीन, फाइबर और हेल् दी फैट्स हैं, जिससे आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है। (Ref) नट्स में बहुत सी कैलोरी होती है, लेकिन इन् हें खाने से आपका वजन नहीं बढ़ेगा।
पाइन नट्स में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड, जो दिमाग को तेज करता है, डिमेंशिया और अवसाद के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। पाइन नट्स में 31.4 मिलीग्राम ओमेगा 3 प्रति औंस है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के अनुसार, महिलाओं को 1.1 ग्राम ओमेगा 3 प्रतिदिन और पुरुषों को 1.6 ग्राम प्रतिदिन चाहिए। (Ref)
हाई एलडीएल और खराब कोलेस् ट्रॉल हृदय रोग के खतरे को बढ़ा सकते हैं। लेकिन पाइन नट में पाया जाता पिनोलेनिक एसिड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है। शरीर में कोलेट्रॉल का स्तर स्थिर रहता है, तो आपको दिल की बीमारी कभी नहीं होगी।
रक्तचाप में सुधार हो सकता है
Animal Science ने पाइन नट के अर्क को खाने से शुगर स्तर कम होता है। (Ref) असंतृप्त वसा, जैसे पाइन नट, को खाने से आपका ब्लड शुगर स्तर कम हो जाएगा। साथ ही, 28 ग्राम पाइन नट्स एक दिन में 109% मैंगनीज देते हैं, जो मधुमेह के कम जोखिम से जुड़ा हुआ है।
ऐसे लोगों को इस भोजन को नहीं खाना चाहिए
पाइन नट्स को खाने से कोई खास नुकसान नहीं होता, लेकिन सूखे मेवों से एलर्जी वाले कुछ लोगों को खाना न चाहिए। यह खाने से पाइन माउथ सिंड्रोम हो सकता है। इससे इंसान की जीभ और होंठ जलने लगते हैं, और कई बार मुंह सूखने और अधिक प्यास होने लगते हैं।