भारत का सबसे छोटा हिल स्टेशन जहां हथेली पर जान रखकर घूमते है लोग, किसी भी टाइम हो सकते है यमराज के दर्शन

मानसून सीजन चल रहा है, ऐसे में मन किसी हिल स्टेशन वाली जगह पर जाने का करता है। वैसे तो भारत में अनगिनत हिल स्टेशन हैं जहां पर घूमने जाया जा सकता है लेकिन, आज हम जिस जगह के बारे में बताने जा रहे हैं। 
 

मानसून सीजन चल रहा है, ऐसे में मन किसी हिल स्टेशन वाली जगह पर जाने का करता है। वैसे तो भारत में अनगिनत हिल स्टेशन हैं जहां पर घूमने जाया जा सकता है लेकिन, आज हम जिस जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, वह सबसे छोटा हिल स्टेशन है भारत का।

जहां पर जाकर आपका मन वापस आने का बिल्कुल नहीं करेगा। इस जगह पर पहुंचने के लिए सैलानियों को टट्टू का सहारा लेना पड़ता है क्योंकि, यहां पर गाड़ियां ले जाने की इजाजत नहीं है। आपके दिमाग में उस जगह के बारे में जानने की उत्सुकता बढ़ गई होगी ना, तो बिना देर किए चलिए हम बता देते हैं उस जगह का नाम। 

सबसे छोटा हिल स्टेशन

महाराष्ट्र का माथेरान हिल स्टेशन सबसे छोटा है। आपको बता दें कि यह हिल स्टेशन छोटा होने के साथ-साथ पॉल्यूशन फ्री भी है। यहां गाड़ियों ले जाने की इजाजत नहीं है। माथेरान में दस्तूरी प्वाइंट से आगे किसी भी गाड़ी को ले जाने की मनाही है।

यहां घूमने के लिए टूरिस्ट या तो पैदल चलें या फिर टट्टू से करीबन ढाई किमी की दूरी तय करके हिल स्टेशन पहुंच सकते हैं। जैसा की हमने बताया यह हिल स्टेशन बहुत छोटा है जिसकी वजह से यहां रास्ते बहुत खराब हैं, इस वजह से लोगों को यहां बहुत आराम-आराम से चलना पड़ता है।

इस हिल स्टेशन पर पहुंचने के लिए आपको पहले नरेल जंक्शन तक ट्रेन लेनी होगी, फिर माथेरान के लिए टॉय ट्रेन ले सकते हैं, जो करीबन 20 किमी की दूरी तय करती है।

वहीं, फ्लाइट से माथेरान पहुंचने के लिए आपको पहले छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा तक फ्लाइट लेनी होगी, फिर यहां से हिल स्टेशन लगभग 44 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

पैनोरमा प्वाइंट

पैनोरामा प्वाइंट एक ऐसा स्थान है जो सनराइज पॉइंट के नाम से भी फेमस है, असल में ये एक बेहद ही बेहतरीन प्लेस है। यहां से आपको प्रकृति की नायाब खूबसूरती देखने को मिलेगी, जहां आपने शिमला और मनाली जैसे कई भीड़भाड़ वाले हिल स्टेशन देख होंगे।

वहीं ये जगह आपके दिमाग और मन को एकदम शांत कर देगी। यहां से आप सूर्योदय और सूर्यास्त का भी नजारा देख सकते हैं, सूरज की किरणें पड़ते ही ये जगह जगमगा जाती है। 

​इको प्वाइंट 

जैसा कि नाम से ही पता चल गया होगा, यहां कुछ बोलते ही ध्वनि पूरी जगह को गूंज से भर देती है। प्रकृति के बीच खड़े होकर आप चिल्लाकर उस आवाज को दूर-दूर तक सुन सकते हैं।

इस मजेदार चीज का अनुभव लेने के लिए लोग इस पॉइंट पर जरूर आते हैं। यही नहीं, प्रकृति की खूबसूरती में इको एक्टिविटी का मजा आपके तनाव को दूर कर देगा।

​चार्लोट झील 

चार्लोट झील हरी-भरी हरियाली से घिरी हुई, एक शांत और खूबसूरत झील है। इस झील के चारों और प्रकृति का जो नजारा है, वो आपको किसी और हिल स्टेशन में देखने को नहीं मिल सकता।

यहां आप शांति से फैमिली के साथ पिकनिक मना सकते हैं, आराम से झील के आसपास सैर कर सकते हैं। यही नहीं, पक्षियों और झील के पानी का हल्का शोर आपको यकीनन मंत्रमुग्ध कर देगा।

​लुईसा प्वाइंट 

ये भी अन्य नजारों की तरह बेहद ही आकर्षक जगह है। अगर आप एक ऊंची चोटी से पूरी जगह का अनुभव लेना चाहते हैं, तो एक लुईसा प्वाइंट भी है जहां आप अपने दोस्तों या फैमिली के साथ जा सकते हैं।

इस बिंदु से सूर्यास्त का नजारा भी बेहद खास लगता है, यही नहीं फोटोग्राफी के लिए भी ये जगह बेस्ट है। हनीमून कपल्स के लिए भी ये जगह बेहद रोमांटिक है।

​माथेरान टॉय ट्रेन

आपने अभी तक दार्जिलिंग या शिमला की टॉय ट्रेन के बारे में सुना होगा, लेकिन कभी माथेरान टॉय ट्रेन के बारे में सुना है? ये ट्रेन भी पुलों के माध्यम से होते हुए खूबसूरत नजारों को पेश करने में कोई कमी नहीं छोड़ती।

ट्रेन कई आकर्षक पहाड़ों और घाटी वाले क्षेत्रों से गुजरती है, अगर आप प्रकृति को देखने के दीवाने हैं, तो एक बार पटरी पर सैर करते हुए इस तरह के नेचर को भी जरूर देखें।

​नहीं चलती कोई गाड़ियां ​

माथेरान महाराष्ट्र में पश्चिमी घाट की सह्याद्री पहाड़ी श्रृंखला में मौजूद एक छोटा हिल स्टेशन है, यही नहीं इसे प्रदूषण मुक्त हिल स्टेशन भी कहते हैं। बता दें छोटा हिल स्टेशन होने के साथ-साथ पॉल्यूशन फ्री रखने के लिए यहां गाड़ियों को ले जाने की इजाजत नहीं है।

माथेरान में दस्तूरी प्वाइंट से आगे किसी भी वाहन को ले जाने की अनुमति नहीं है। टूरिस्ट घूमने के लिए या तो पैदल चलें या फिर टट्टू से करीबन ढाई किमी की दूरी तय करके हिल स्टेशन पहुंच सकते हैं। बता दें, हिल स्टेशन छोटा होने की वजह से यहां रास्ते काफी खराब हैं, जिस वजह से लोगों को यहां काफी आराम से घूमना पड़ता है। 

​माथेरान कैसे पहुंचे ​

रेल मार्ग से: आपको पहले नरेल जंक्शन तक ट्रेन लेनी होगी, फिर माथेरान के लिए आप टॉय ट्रेन ले सकते हैं, जो करीबन 20 किमी की दूरी तय करती है।

फ्लाइट से

माथेरान जाने के लिए फ्लाइट की कोई डिरेक्ट कनेक्टिविटी नहीं है, आपको पहले छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा तक फ्लाइट से जाना होगा, फिर यहां से हिल स्टेशन लगभग 44 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

सड़क मार्ग से

सड़क रास्ते से आप माथेरान भी आराम से जा सकते हैं, माथेरान पडोसी शहरों से अच्छे से जुड़ा हुआ है।