वेटिंग टिकट कैंसिल करने पर यात्रियों को देने पड़ेंगे इतने रूपये, रेल्वे ने लिया बड़ा फैसला
भारतीय रेलवे ने हाल ही में एक बड़ी राहत की घोषणा की है जिससे देश भर के रेल यात्रियों को सुकून मिलेगा। आइआरसीटीसी की वेबसाइट से बुक किए गए वेटिंग और आरएसी टिकटों को रद्द करने पर अब यात्रियों से मोटी रकम नहीं काटी जाएगी।
पहले जहाँ यात्रियों से रद्दीकरण पर अधिक शुल्क वसूला जाता था अब केवल प्रति यात्री 60 रुपये ही रद्दीकरण शुल्क लिया जाएगा। इस बदलाव से यह संदेश भी गया है कि सार्वजनिक सेवाओं में सुधार के लिए आम नागरिकों की आवाज और सुझाव अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं।
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इसे अनदेखा करना संस्थाओं के लिए भी संभव नहीं है। खंडेलवाल की इस पहल ने अन्य यात्रियों के लिए भी एक उदाहरण पेश किया है कि कैसे एक व्यक्ति की सक्रियता पूरे समुदाय के लिए लाभकारी साबित हो सकती है।
गिरिडीह के कार्यकर्ता की पहल लाई रंग
यह बदलाव सुनील कुमार खंडेलवाल गिरिडीह के एक सामाजिक सह सूचनाधिकार कार्यकर्ता की पहल पर हुआ है। उन्होंने 12 अप्रैल को रेल प्रशासन को एक पत्र भेजकर इस समस्या की ओर ध्यान दिलाया था। उनकी शिकायत के आधार पर रेलवे ने इस बदलाव को अंजाम दिया जिससे अनेक यात्रियों को आर्थिक राहत मिलेगी।
IRCTC का उत्तर और नियमों का पालन
इस बदलाव पर प्रतिक्रिया देते हुए आइआरसीटीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर ने बताया कि रिफंड और बुकिंग पॉलिसी रेलवे बोर्ड के निर्धारित नियमों के अनुसार हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि आइआरसीटीसी भारतीय रेलवे के तैयार किए गए नियमों और विनियमों का पालन करने के लिए बाध्य है।
उन्होंने खंडेलवाल के सुझाव की सराहना करते हुए यह भी बताया कि उनके सुझाव से प्रेरित होकर ही यह नीति संशोधन हुआ है।
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आगे की राह और खंडेलवाल का आभार
खंडेलवाल ने इस कार्रवाई के लिए रेल प्रशासन का धन्यवाद दिया है और आगे भी यात्री हितों की रक्षा के लिए काम करने का आश्वासन दिया है। उनकी इस पहल ने न केवल यात्री शुल्क में बदलाव लाया है बल्कि यह भी दिखाया है कि जनभागीदारी और सक्रिय नागरिक पहल किस प्रकार बड़े पैमाने पर सुधार सुनिश्चित कर सकती है।