Bihar Mosam: पटना समेत बिहार के इन 22 जिलों में भयंकर बारिश और वज्रपात का रेड अलर्ट जारी, जाने मौसम विभाग की ताजा भविष्यवाणी

राजधानी पटना सहित राज्य में दो दिनों बाद मानसून एक बार फिर अपने रंग में उतरेगा। प्रदेश में भारी से अतिभारी वर्षा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस दौरान कई स्थानों पर वज्रपात और मेघ गर्जन की भी आशंका है।
 

राजधानी पटना सहित राज्य में दो दिनों बाद मानसून एक बार फिर अपने रंग में उतरेगा। प्रदेश में भारी से अतिभारी वर्षा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस दौरान कई स्थानों पर वज्रपात और मेघ गर्जन की भी आशंका है। प्रदेश में 22 अगस्त से 26 अगस्त तक मानसून की सक्रियता में वृद्धि होने का अनुमान है।

मौसम विभाग ने बताया की मानसून ट्रफ जैसलमेर, कोटा, मध्य प्रदेश, रायपुर और गोपालपुर से पूर्व बंगाल की खाड़ी तक जाता है। इसका प्रभाव अगले दो दिनों में राज्य के उत्तरी हिस्सों पर दिखाई देगा। इसलिए उत्तरी क्षेत्रों में बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।

भारी वर्षा और वज्रपात का अलर्ट 

पश्चिम चंपारण, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, मधेपुरा और मधुबनी में भारी वर्षा व वज्रपात की चेतावनी दी गई है। पटना समेत 22 जिलों में सोमवार को मेघ गर्जन और वज्रपात का अलर्ट है। वहीं, कुछ क्षेत्रों मे बादल छाए रहने के साथ बूंदाबांदी और हल्की वर्षा की संभावना है।

येलो अलर्ट पांच बार जारी किया गया

अगस्त के पहले सप्ताह में प्रदेश और राजधानी में मानसून की सक्रियता बढ़ी है। इसके फलस्वरूप राजधानी में अच्छी वर्षा हुई। वहीं, दूसरे सप्ताह में पहले की तुलना में थोड़ी कम और तीसरे सप्ताह में महज दो दिन वर्षा हुई।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बीते 20 दिनों के दौरान पांच बार अलग-अलग तिथियों में वर्षा को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि, अलर्ट जारी होने के बाद भी वर्षा नहीं हुई। वहीं, सात अगस्त को राजधानी में सर्वाधिक वर्षा 50.2 मिमी व सबसे कम वर्षा चार अगस्त को 0.1 मिमी दर्ज की गई।

दूसरी ओर वर्षा, मेघ गर्जन व वज्रपात को लेकर मौसम विभाग की ओर से अलग-अलग तिथियों में कुल पांच बार यलो अलर्ट जारी होने के बावजूद मौसम सामान्य बना रहा। हालांकि, 13 दिनों के दौरान अलर्ट जारी होने के बाद वर्षा से मौसम सुहाना हो गया।

येलो अलर्ट जारी होते ही लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई थी। अगस्त में पांच, 11, 14, 16 और 18 को येलो अलर्ट जारी किया गया था। वहीं इन तिथियों पर राजधानी में वर्षा नहीं हुई।

येलो अलर्ट कब होता है जारी

मौसम विज्ञानी रवींद्र कुमार ने कहा कि सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना पर येलो अलर्ट जारी किया जाता है। इस दौरान वर्षा, वज्रपात होने की उम्मीद है, लेकिन कई बार हवा का प्रवाह व मानसून ट्रफ कमजोर होने के कारण वर्षा नहीं हो पाती।