दुनिया का अनोखा गांव जिसमें पिछले 30 सालों से नही आया कोई मर्द, फिर भी जवां लड़कियां हो रही धड़धड प्रेगनेंट

दुनिया भर में अजीब चीजें हैं। बहुत सी बातें हमें पता नहीं हैं। लेकिन अब हम उन्हें जानने लगे हैं। आज हम एक ऐसे गांव की बात करेंगे जहां कोई नहीं रहता।
 

दुनिया भर में अजीब चीजें हैं। बहुत सी बातें हमें पता नहीं हैं। लेकिन अब हम उन्हें जानने लगे हैं। आज हम एक ऐसे गांव की बात करेंगे जहां कोई नहीं रहता।इस गांव की महिलाएं फिर भी गर्भवती हो जाती हैं। यह एक या दो साल नहीं, बल्कि 27 साल पुरानी कहानी है।ऐसा ही एक गांव अफ्रीका के घने जंगलों में बना हुआ है। जो दुनिया के हर गांव से अलग है क्योंकि कोई भी आदमी इस गांव के करीब नहीं आ सकता।

एक विशिष्ट कारण है कि इस गांव के लोगों ने ऐसा किया। 1990 में ब्रिटिश सैनिकों ने 15 महिलाओं का बलात्कार किया था, उनमें से 15 इस गांव में चुनी गईं। हीरा अपने साथ हुई घटनाओं से परेशान हो गई, इसलिए उसका अवसाद उसे घेरने लगा।

हीरा ने डिप्रेशन से छुटकारा पाने के लिए हर शुक्रवार दुल्हन की ड्रेस पहनने लगी।दुनिया के किसी भी अनजान गांव में कोई पुरुष नहीं है, फिर भी महिलाएं गर्भवती हैं, जानिए क्यों? आइए आपको बताते हैं कि यह अफ्रीका में एक ही लिंग समुदाय का एकमात्र गाँव है।

यह छोटा सा गांव है, लेकिन करीब 250 महिलाएं अपने बच्चों के साथ रहती हैं। बलात्कार, बाल विवाह, घरेलू हिंसा और खतना जैसी हर तरह की हिंसा का सामना करने वाली महिलाओं ने इस गांव में पुरुषों को आने से रोक दिया।इसके बाद, इस गांव को कई देशों से लोग देखने आते हैं।

इसके लिए इन महिलाओं ने खर्च भी किया है। संबुरु राष्ट्रीय उद्यान में आने वाले पर्यटकों के लिए गाँव की महिलाओं ने प्राथमिक स्कूल, सांस्कृतिक केंद्र और अभियान स्थल भी चलाए हैं। हीरा को अपने साथ हुई घटनाओं ने तबाह कर दिया था, जिससे उसका अवसाद गहराने लगा।

हीरा ने हर शुक्रवार को दुल्हन की तरह सजने लगी, जिससे वह अपने दुःख को दूर कर सकती थी।क्या आपने कभी सोचा है कि बिना किसी पुरुष के दुनिया में कोई भी महिला गर्भवती हो सकती है? नहीं, लेकिन दक्षिण अफ्रीका में एक गांव में महिलाएं 30 साल तक पुरुषों के बिना रहती हैं और फिर भी गर्भवती हो जाती हैं। आइए आपको बताते हैं कि महिलाएं इस गांव में अकेली क्यों रहती हैं और पुरुषों के बिना गर्भवती होने का सिद्धांत।

30 वर्षों से इस गांव में मर्दों ने कदम नहीं उठाया। इस गांव को दक्षिण अफ्रीका में उमोजा कहा जाता है। यहां बस महिलाएं और उनके बच्चे रह सकते हैं। 30 साल से इस गांव में कोई नहीं आया है। पुरुषों को यहां आना वर्जित है। इस गांव में बच्चे, जो खेलते हैं, उनका पिता नहीं जानते। महिलाएं इस गांव की पूरी जिम्मेदारी उठाती हैं। वह अपने बच्चों की देखभाल अकेले करता है। महिलाएं श्रम करके घर चलाती हैं।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, रेप पीड़िताओं ने बसाया गांव में 250 महिलाएं रहती हैं। इस गांव की महिलाएं भी घने जंगल के बीच अकेले रहने से नहीं डरती हैं। बताया जाता है कि इस गांव में सिर्फ महिलाएं रहती हैं। माना जाता है कि ब्रिटिश सैनिकों ने वर्षों पहले प्रवेश किया था।

आदिवासी महिलाओं को बलात्कार किया गया जब वे भेड़ें और बकरियां चरा रही थीं। 15 रेप पीड़िताओं ने पुरुषों से विवाद शुरू कर दिया। वे आदमी से अलग हो गए और अपनी खुद की दुनिया बनाई। इस गांव में वर्तमान में 250 महिलाएं हैं। अब हैरान करने वाली बात ये है कि इस गांव में सिर्फ 15 रेप पीड़िताओं की संख्या इतनी कैसे बढ़ी?पुरुषों का प्रवेश वर्जित होते हुए भी इस गांव की महिलाएं गर्भवती हैं, इसलिए यह कोई चमत्कार नहीं है।

पुरुष के बिना कोई गर्भवती महिला नहीं हो सकती है। यह प्रकृति का एक सिद्धांत है। वास्तव में, रात के अंधेरे में आदमी जंगल में प्रवेश करता है। गांव की लड़कियां उसके साथ जंगल में जाती हैं और गर्भवती होने तक पुरुषों से शारीरिक संबंध बनाती हैं।