एरोप्लेन का सफ़र करते वक्त सबसे सुरक्षित रहती है ये सीट, प्लेन क्रैश के बाद भी होगा काफ़ी बचाव

आज के समय में ज्यादातर लोगों को प्लेन से ही यात्रा करना अच्छा लगता है। ये बहुत कम समय मे आपको आपकी यात्रा पर पहुंचा देती है। लेकिन इसके साथ ही आम तौर पर सारे मोड्स ऑफ ट्रांसपोर्ट में इसे ही सबसे असुरक्षित माना जाता है।
 

आज के समय में ज्यादातर लोगों को प्लेन से ही यात्रा करना अच्छा लगता है। ये बहुत कम समय मे आपको आपकी यात्रा पर पहुंचा देती है। लेकिन इसके साथ ही आम तौर पर सारे मोड्स ऑफ ट्रांसपोर्ट में इसे ही सबसे असुरक्षित माना जाता है।

बस और ट्रेन हादसे भी होते रहते हैं। लेकिन इनमें जान बचने की संभावना बची रहती है। लेकिन अगर प्लेन क्रैश होने पर यात्रियों को बचाने की संभावना बहुत कम है। सोशल मीडिया पर इसी से जुड़ी एक खबर वायरल हो रही है। इसमें ये बताया गया है कि आखिर प्लेन में सबसे सुरक्षित सीट कौन सी होती है?

अगर प्लेन क्रैश होता है, तो वो कौन सी सीट है, जिसमें बैठे यात्रियों की जान बच सकती है। आपको भी ये जानकर हैरानी हुई होगी। लेकिन ये बात बिलकुल सच है। प्लेन में सीट के हिसाब से तय किया जाता है कि किस सीट पर बैठने से प्लेन क्रैश में जान बचने की अधिक संभावना होती है।

साइंटिस्ट्स ने किया था एक्सपेरिमेंट

बहुत से वैज्ञानिकों ने प्लेन में सबसे सुरक्षित सीट का पता लगाने की कोशिश की। 2012 में मेक्सिको के कुछ वैज्ञानिकों ने अध्ययन किया। इसके परिणामस्वरूप एक प्लेन जानबूझकर क्रैश कर दिया गया।

बोईंग 727 का क्रैश जानबूझकर हुआ था। प्लेन को इसमें रेगिस्तान में गिरा दिया गया। इस अध्ययन में पता चला कि किस सीट पर बैठे यात्री के बचने की संभावना सबसे अधिक होती है।

इसी सीट को करवाए बुक

यदि आप भी प्लेन हादसे में अपनी जान जाने के नाम से भयभीत हैं, तो आपको बता दें कि हमेशा प्लेन के आखिरी हिस्से वाली सीट को ही बुक करवाएं। जी हां, प्लेन की पिछली सीट हादसों में सबसे सुरक्षित मानी गई।

हादसे में जान जाने का खतरा सबसे ज्यादा प्लेन के आगे हिस्से में बैठे लोगों और विंग्स के पास बैठे यात्रियों को होता है। लेकिन प्लेन की पिछली सीट पर बैठे यात्री सबसे अधिक संभावना से बच जाएंगे। तो अगली बार, अपनी सुरक्षित यात्रा के लिए बस प्लेन के पीछे की सीट बुक करें।