इस जगह से कोई भी खोजकर ढूंढ़ सकता है सोना, सरकार की तरफ से मिली है खुली छूट
सोना एक ऐसी धातु है जिसकी चमक सदियों से इंसान को आकर्षित करती आ रही है। दुनियाभर में सोने के खनन का इतिहास रहा है लेकिन उज्बेकिस्तान के इस क्षेत्र से एक नई बात सामने आई है। यहां सरकार ने आम नागरिकों को यह अवसर दिया है कि वे चाहें तो खुदाई करके जितना चाहें उतना सोना निकाल सकते हैं।
सोना एक ऐसी धातु है जिसकी चमक सदियों से इंसान को आकर्षित करती आ रही है। दुनियाभर में सोने के खनन का इतिहास रहा है लेकिन उज्बेकिस्तान के इस क्षेत्र से एक नई बात सामने आई है। यहां सरकार ने आम नागरिकों को यह अवसर दिया है कि वे चाहें तो खुदाई करके जितना चाहें उतना सोना निकाल सकते हैं।
सोने की खुदाई का सभी को अधिकार
उज्बेकिस्तान की सरकार ने 2019 में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए सोने की खुदाई को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर दिया। इसका मतलब यह हुआ कि अब कोई भी व्यक्ति जिसके पास जमीन है, वह अपनी जमीन पर सोने की खुदाई कर सकता है और उसे बेच भी सकता है। इस नीति के कारण कई लोगों ने अपनी नौकरियां छोड़कर सोने की खोज में लग गए हैं।
सोना निकालने की प्रक्रिया और उत्पादन
2023 में उज्बेकिस्तान में 110 टन से ज्यादा सोना निकाला गया जो कि दुनिया भर में 10वें स्थान पर रखता है। सरकार ने 2030 तक सोने के उत्पादन में 50% की बढ़ोतरी का लक्ष्य रखा है। यह लक्ष्य उज्बेकिस्तान को सोने के मुख्य उत्पादक देशों में शामिल करने की कोशिश है।
यह भी पढ़ें; गर्मियों में सड़क के ऊपर चलता हुआ पानी क्यों आता है नजर, जाने किस कारण होता है ऐसा नजारा
सोने की नीलामी और व्यावसायिक संभावनाएं
उज्बेकिस्तान में सोने वाली जमीन की नीलामी एक खास प्रक्रिया के तहत की जाती है जिसमें आम नागरिक भी भाग ले सकते हैं। खरीदी गई जमीन पर खुदाई करके निकाला गया सोना सिर्फ सेंट्रल बैंक के माध्यम से ही बेचा जा सकता है जो कि इस धातु के व्यापार को नियंत्रित करता है।
आर्थिक विकास और रोजगार की संभावनाएं
सोने की खुदाई से न केवल उज्बेकिस्तान की अर्थव्यवस्था को बल मिल रहा है, बल्कि यह वहां के लोगों के लिए नए रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रहा है। इस नीति के कारण स्थानीय लोगों को अपनी जमीन से सोना निकालने की स्वतंत्रता मिली है, जिससे उनकी आय में वृद्धि हुई है और वे अर्थिक रूप से स्वावलंबी बन रहे हैं।