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भारत के इस रेल्वे स्टेशन पर जाने के लिए लेना पड़ता है वीजा और पासपोर्ट, हर पैसेंजर पर रहती है आर्मी की निगाहें

भारतीय रेलवे जो कि भारत की जीवनरेखा मानी जाती है हर दिन लाखों लोगों को उनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाती है। यह रेलवे प्रणाली देश के कोने-कोने को जोड़ती है और यात्रियों को बिना किसी पासपोर्ट या वीजा की....
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Atari Railway Station (2)
   

भारतीय रेलवे जो कि भारत की जीवनरेखा मानी जाती है हर दिन लाखों लोगों को उनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाती है। यह रेलवे प्रणाली देश के कोने-कोने को जोड़ती है और यात्रियों को बिना किसी पासपोर्ट या वीजा की आवश्यकता के आसानी से यात्रा करने की सुविधा प्रदान करती है।

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हालांकि एक रेलवे स्टेशन ऐसा भी है जहाँ जाने के लिए आपको इन दस्तावेज़ों की आवश्यकता पड़ सकती है। भारतीय रेलवे के इस अनोखे स्टेशन की कहानी न केवल यात्रा के लिए एक विशेष व्यवस्था को दर्शाती है बल्कि यह भी बताती है कि कैसे राजनीतिक और भौगोलिक परिस्थितियाँ एक देश की रेलवे सेवाओं को प्रभावित कर सकती हैं।

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अटारी श्याम सिंह रेलवे स्टेशन की खासियत

पंजाब के अमृतसर जिले में स्थित अटारी श्याम सिंह रेलवे स्टेशन भारतीय धरती पर होने के नाते भी एक अनोखी स्थिति में है। इस स्टेशन पर जाने के लिए न केवल भारतीय नागरिकों को बल्कि विदेशी यात्रियों को भी पासपोर्ट और वीजा की आवश्यकता होती है।

इसका मुख्य कारण यह है कि इस स्टेशन से पाकिस्तान के लिए ट्रेन संचालित होती है और यह भारत-पाकिस्तान सीमा के बहुत करीब है।

Atari Railway Station

वीजा और पासपोर्ट की आवश्यकता का कारण

यह जानना महत्वपूर्ण है कि अटारी रेलवे स्टेशन तक यात्रा करने के लिए पाकिस्तान की अनुमति अनिवार्य है। इस स्टेशन का उपयोग करने वाली समझौता एक्सप्रेस ट्रेन भारत और पाकिस्तान के बीच एकमात्र रेल संबंध को बनाए रखती थी जिससे यह स्टेशन अंतरराष्ट्रीय महत्व का हो गया था।

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समझौता एक्सप्रेस और इसका बंद होना

अटारी रेलवे स्टेशन से चलने वाली समझौता एक्सप्रेस जो कि पाकिस्तान और भारत के बीच एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और राजनीतिक पुल का काम करती थी को 2019 में बंद कर दिया गया।

यह निर्णय जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद पाकिस्तान की प्रतिक्रिया के रूप में आया था। इसके बंद होने के साथ ही इस रेलवे स्टेशन का उपयोग भी समाप्त हो गया जिससे दोनों देशों के बीच की यात्रा पर भी एक रुकावट आई।