शराब हमारे शरीर के बाकी अंगो को छोड़ केवल लीवर पर ही क्यों डालती है बुरा प्रभाव, डॉक्टर ने बताई इसके पीछे की असली वजह
आजकल की जीवनशैली में शराब का सेवन एक सामान्य आदत बन चुकी है। कई लोग तो इसे सामाजिक समारोहों में उपयुक्त मानते हैं। शराब पीने वाले व्यक्ति अक्सर इसके फायदे गिनाते हैं जैसे कि यह पेट की अतिरिक्त चर्बी को कम करती है या खाना अच्छे से पचाने में मदद करती है।
हालांकि ये सभी दावे वैज्ञानिक रूप से अपुष्ट हैं और अक्सर गलत सूचना पर आधारित होते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि लोग शराब के सेवन के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक रहें और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें।
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लीवर हमारे शरीर का एक अनिवार्य अंग है और इसकी देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है। सही जानकारी और समझदारी से ही हम शराब के नकारात्मक प्रभावों से बच सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
विशेषज्ञ की राय लीवर पर शराब का असर
दिल्ली के प्रसिद्ध इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बाइलियरी साइंसेज के निदेशक डॉ. एसके सरीन ने बताया कि शराब का सेवन जब पेट में होता है तो यह जल्दी से खून में मिल जाती है और सीधे लीवर को प्रभावित करती है।
चूंकि लीवर शरीर के विषहरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसलिए इस पर शराब का बोझ सीधे पड़ता है। इसके कारण लीवर की कोशिकाएं धीरे-धीरे नष्ट होने लगती हैं और फैटी लीवर जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।
लीवर पर बढ़ता दबाव और उसके परिणाम
डॉक्टर सरीन ने यह भी स्पष्ट किया कि जब लीवर पर शराब का दबाव पड़ता है तो यह लीवर की क्रियाशीलता को कमजोर कर देता है जिससे लीवर सिरोसिस और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। यदि शराब का सेवन जारी रहता है तो लीवर पूरी तरह से काम करना बंद कर सकता है जिसे हम 'लीवर फेल्योर' कहते हैं।
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रोकथाम और सावधानियाँ
अगर शराब का सेवन समय रहते कम कर दिया जाए और स्वस्थ जीवनशैली अपनाई जाए तो लीवर की स्थिति में सुधार हो सकता है। डॉक्टर सरीन के अनुसार जिन लोगों का लीवर पहले से फैटी है उन्हें शराब का सेवन पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए। साथ ही नियमित रूप से व्यायाम करना और संतुलित आहार लेना भी जरूरी है।