बैंक में अकाउंट है तो कभी भी मत करना ऐसे लेनदेन, बैंक खाता हो सकता है ब्लॉक

यूपीआई (Unified Payments Interface) के आगमन के साथ ही भारत में डिजिटल लेनदेन में असाधारण वृद्धि हुई है। यह सुविधा बैंक खातों से धन के आदान-प्रदान को अधिक सुगम और तीव्र बना दिया है।
 

यूपीआई (Unified Payments Interface) के आगमन के साथ ही भारत में डिजिटल लेनदेन में असाधारण वृद्धि हुई है। यह सुविधा बैंक खातों से धन के आदान-प्रदान को अधिक सुगम और तीव्र बना दिया है। हालांकि इसके साथ ही खतरे भी बढ़े हैं। विशेषकर 'मनी म्यूल' खातों का मुद्दा सामने आया है जिसके चलते कई बैंकों को अपने ग्राहकों के खाते ब्लॉक करने पड़ रहे हैं।

डिजिटल युग में बैंक खाते की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण पहलू है। 'मनी म्यूल' खाता बनने से बचने के लिए सतर्कता और सावधानी बरतना जरूरी है। इसके अलावा बैंक द्वारा दिए गए सुरक्षा निर्देशों का पालन करना चाहिए ताकि आपकी वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

ये भी पढ़िए :- बेटे की फोटो खींचते वक्त आंखों में दिखी सफेद चमक, जब डॉक्टर के पास पहुंची तो महिला के उड़ गए होश

'मनी म्यूल' क्या है?

'मनी म्यूल' उस खाते को कहा जाता है जिसका उपयोग धन की अवैध प्राप्ति या स्थानांतरण के लिए किया जाता है। जाने अनजाने में कई बार खाताधारक इस तरह की गतिविधियों का हिस्सा बन जाते हैं। धोखेबाज व्यक्ति लाभ का लालच देकर ऐसे खातों का उपयोग करते हैं और अवैध लेनदेन में शामिल होते हैं।

क्यों ब्लॉक करते हैं बैंक खाते?

अगर किसी खाते से अवैध गतिविधियाँ पाई जाती हैं तो बैंक उसे तुरंत ब्लॉक कर देता है। इससे बैंक और खाताधारक दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है। बैंक इस तरह की कार्रवाई करके अवैध धन स्थानांतरण को रोकने और अन्य धोखाधड़ी से जुड़ी गतिविधियों को प्रतिबंधित करने का प्रयास करते हैं।

ये भी पढ़िए :- अगले 72 घंटो में बारिश और ओलावृष्टि को लेकर जारी हुआ अलर्ट, जाने मौसम विभाग की ताजा भविष्यवाणी

सावधानी है जरूरी

यदि आप अपने खाते को 'मनी म्यूल' के रूप में उपयोग होने से बचाना चाहते हैं तो अपने खाते की गतिविधियों पर सतर्क नजर रखें। किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ वित्तीय लेनदेन से बचें और संदिग्ध लेनदेन की सूचना तुरंत अपने बैंक को दें।